नवादा: नवादा जिले के पकरीबरवां में स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की टीम ने बुधवार को अवैध रूप से चल रहे नर्सिंग होम में छापेमारी की. नर्सिंग होम में ताला लटक रहा था. डॉक्‍टर और कर्मचारी वहां से फरार हो गए थे. टीम में शामिल पदाधिकारी ताला तोड़ कर अंदर गए. जांच के दौरान नर्सिंग होम में पदाधिकारियों को कोई दस्‍तावेज नहीं मिले हैं. निजी नर्सिंग होम में मंगलवार को जच्चा-बच्चा की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने यह कार्रवाई की.


सिविल सर्जन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम पकरीबरावां में अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम पर पहुंची, जहां प्रसव पीड़िता की मौत हुई थी. नर्सिंग होम बंद रहने पर जिला वेक्टर बॉर्न पदाधिकारी डॉ. बीरेंद्र कुमार, सदर अस्पताल के नोडल पदाधिकारी अजय कुमार एवं पकरीबरावां के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिन्हा नर्सिंग होम का ताला तोड़कर अंदर गए. जांच के दौरान कोई दस्तावेज नहीं पाया गया. जांच टीम में शामिल पदाधिकारियों ने कहा कि इससे यह साबित होता है कि नर्सिंग होम का संचालन मानक के अनुरूप नहीं किया जा रहा था. पदाधिकारियों ने पूरे नर्सिंग होम को सील कर दिया है.


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संचालिका पर दर्ज कराई जाएगी एफआईआर 


डॉ. बीरेंद्र ने बताया कि नर्सिंग होम की संचालिका जयमंति देवी पर एफआईआर दर्ज कराई जा रही है. दोषी आशा कार्यकर्ता पर भी कार्रवाई की जाएगी. इधर, आशा कार्यकर्ता रुक्मिणी देवी ने खुद को निर्दोष बताया है. दरअसल, मंगलवार को नर्सिंग होम में इलाज के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत हो गई थी. मौत के बाद परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगमा किया था. बता दें कि पकरीबरावां के रविदास टोला की रीता देवी को प्रसव पीड़ा के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पकरीबरावां लाया गया था. गंभीर हालत देखते हुए उसे रेफर कर दिया गया था, लेकिन अस्‍पताल में सक्रिय दलाल परिजनों को बहला-फुसलाकर एक निजी नर्सिंग होम में ले आए, जहां मौत हो गई. 


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