Bihar Cyber Crime: बिहार में ठगी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. तरीका ऐसा है जिसे जानकर आप चौंक जाएंगे. नवादा में पुलिस ने तीन ठगों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपी निसंतान महिलाओं को गर्भवती करने के बदले 5 से 10 लाख रुपये का लालच देते थे. जब कोई व्यक्ति उनके जाल में फंस जाता था वो उसे रजिस्ट्रेशन के नाम पर पैसे ऐंठ लेते थे. नवादा के एसपी अभिनव धीमान के आदेश पर साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसा गया है.
मुख्यालय डीएसपी इमरान परवेज ने इस मामले में बीते सोमवार (06 जनवरी, 2025) को बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान नारदीगंज थाना क्षेत्र के कहुआरा गांव निवासी सुख सागर महतो के 20 वर्षीय पुत्र भोला कुमार, भागीरथ प्रसाद के पुत्र 20 वर्षीय प्रिंस कुमार उर्फ पंकज कुमार और गिरधारी प्रसाद के 19 वर्षीय पुत्र राहुल कुमार के रूप में हुई है. आरोपी ऑल इंडिया प्रेग्नेंट जॉब और प्ले वॉइस सर्विस के नाम पर ठगी करते थे.
बताया गया कि ये लोगों से रजिस्ट्रेशन के नाम पर 500 रुपये से लेकर 20 हजार तक लेते थे. तलाशी के दौरान आरोपितों के पास से छह मोबाइल बरामद हुए हैं. फोटो गैलरी, व्हाट्सएप चैट और ऑडियो रिकॉर्डिंग से ठगी का खुलासा हुआ है.
कैसे की जाती थी ठगी?
फेसबुक और व्हॉट्सऐप जैसे पॉपुलर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए यूजर्स को मैसेज दिया जाता है कि आपको एक हाई प्रोफाइल लड़की या कम उम्र की महिला को प्रेग्नेंट करना है. विज्ञापन में यह भी दावा किया जाता है कि यह लड़की तलाकशुदा या बड़े घर की हाउसवाइफ है. ये प्रेग्नेंट नहीं हो पाती हैं इसलिए उनकी एजेंसी से ये लोग कॉन्टैक्ट करती हैं. इसके बाद एजेंसी कस्टमर से संपर्क करती है.
5 से 10 लाख का झांसा
विज्ञापन के जरिए ही कहा जाता है कि प्रेग्नेंट करने के बाद 5 से 10 लाख रुपये मिलेंगे. प्रेग्नेंट नहीं होने पर दिए गए पैसे वापस कर दिए जाएंगे. विज्ञापन देखकर जब लोग इन साइबर अपराधियों के झांसे में आ जाते हैं तो उनसे कहा जाता है कि रजिस्ट्रेशन चार्ज देकर इसका लाभ लिया जा सकता है. वे कहते थे कि पैसे इसलिए लिए जा रहे हैं ताकि वे लोग सीरियस कस्टमर मान सकें. इस तरह झांसे में लेकर ये लोग ठगी करते थे.
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