Bihar: 'मैं इच्छा मृत्यु प्राप्त करना चाहता हूं', नवादा में बाइक रोक शिक्षक ने अपने सिर में मारी गोली, सुसाइड नोट में खुलासा
Teacher Commits Suicide: घटना हिसुआ थाना क्षेत्र के बगोदर गांव के पास की है. पिता ने कहा कि बेटे ने ऐसा कदम क्यों उठाया उनको नहीं पता. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
नवादा: बिहार के नवादा में गुरुवार को एक शिक्षक ने अपने ही सिर में गोली मार ली. आत्महत्या के बाद पूरे परिवार में कोहराम मच गया है. घटना हिसुआ थाना क्षेत्र के बगोदर गांव के पास की है. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल नवादा भेज दिया है. युवक ने मरने से पहले फेसबुक पर एक सुसाइड नोट पोस्ट किया है जिसने सबको हैरत में डाल दिया है.
स्कूल जाने से पहले पिता से की थी बात
मृतक की पहचान करमचक गांव के रहने वाले महेंद्र सिंह के पुत्र 28 वर्षीय उत्तम कुमार के रूप में हुई है. युवक शिक्षक के कार्य पर मेसकौर के स्कूल में कार्यरत था. उसके पिता ने बताया कि छोटे पुत्र की मौत के बाद पूरे परिवार में कोहराम मच गया है. हंसी खुशी जिंदगी जी रहा था, लेकिन बेटा द्वारा इतना बड़ा कदम कैसे उठाया गया, ये नहीं समझ पा रहे. स्कूल जाने से पहले पिता ने बेटे से कहा था कि चप्पल नहीं जूता पहन लो. बेटे ने कहा था कि सब लोग तो हवाई चप्पल पहन कर जाते हैं तो हम भी वैसे ही जाएंगे. फिर भी पिता के बोलने के बाद युवक ने जूते पहन लिए और स्कूल चला गया. स्कूल में बच्चों को पढ़ा कर लौट ही रहा था कि रास्ते में ही बाइक रोककर अपने सिर में गोली मार ली.
मरने से पहले फेसबुक पर लिखा सुसाइड नोट
मृतक उत्तम कुमार ने मरने से पहले सुसाइड नोट लिखा है जिसमें कहा गया है कि वह आत्महत्या कर रहा है. किसी को भी हत्या के मामले में फंसाया नहीं जाए और फिर उसने अपना जीवन खत्म कर लिया. शिक्षक मौत के साथ अपने राज को भी ले गया, लेकिन सवाल भी खड़ा कर दिया है. आखिरकार शिक्षक को पिस्टल किसने दी और उसके पास कैसे थी, पुलिस इन सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है.
सुसाइड नोट में क्या लिखा?
उत्तम के पिता ने बताया है कि वह घर का सबसे छोटा बेटा था. उसके लिए कई लड़की के रिश्ते भी आ रहे थे, लेकिन अभी कहीं भी शादी फिक्स नहीं हुई थी. एक साल पहले ही उत्तम की नौकरी सरकारी स्कूल में मेसकौर में लगी थी. मौत से पहले उत्तम ने फेसबुक में सुसाइड नोट लिखा है. ‘मैंने अपने होशो हवास में लिखा है कि मैं अब दुनिया छोड़ रहा हूं और मौत की जिम्मेदारी मैं खुद ले रहा हूं. इस घटना को मैं अपनी इच्छा से अंजाम दे रहा हूं. मैं इच्छा मृत्यु को प्राप्त करना चाहता हूं. मैं अपनी अंतरात्मा से मृत्यु चाहता हूं. मुझे न तो घर वाले ने परेशान किया है और न ही कोई बाहर वाला, न ही मेरे स्कूल से कोई परेशानी है.
आगे लिखा कि स्कूल के सारे शिक्षक मुझे बहुत प्यार और सम्मान देते हैं. कुछ लोग शादी का आरोप लगाएंगे कि शादी नहीं हुई तो ऐसी घटना घटी है, यह सिर्फ अफवाह है. मुझे किसी से कोई दुश्मनी नहीं, किसी से कोई परेशानी नहीं हैं. मैं सभी से विनती करता हूं कि किसी को इस घटना में नाम देकर ना फंसाया जाए. सभी लोगों का एक ना एक दिन अंत होना है इसलिए आज मैं भी इस संसार को छोड़ रहा हूं.
फेसबुक के सुसाइड नोट में कई राज
उत्तम ने लिखा कि मैं इस संसार से बहुत ही प्यार करता हूं. मेरे गांव वाले को कोई झूठे आरोप में न फंसाए. मैं अपने परिवार से भी बहुत प्यार करता हूं. परिवार वाले किसी पर आरोप न लगाए. मैं भगवान से यह प्रार्थना करता हूं कि संसार, ग्राम, परिवार सबको खुश रहे. मेरे बारे में सोच कर कोई भी अपनी मानसिकता को खराब ना करें. अंत में लिखा कि जय हिंद जय भारत उत्तम कुमार और अपनी जिंदजी खत्म कर ली.