Naxalite Activity Declined In Bihar: आरजेडी की लालू राबड़ी सरकार में बिहार में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की संख्या 14 थी, आंकड़ों के अनुसार 2004 तक यह संख्या 14 तक ही रही, लेकिन नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के शासनकाल के बाद 2012 तक संख्या बढ़कर 22 हो गई थी. यानी कुल 22 जिले नक्सल प्रभावित क्षेत्र हो गए थे. पुलिस का दावा है कि एसटीएफ के गठन के बाद नक्सली क्षेत्र में कमी आई है. उत्तर बिहार में पूरी तरह नक्सली खत्म हो चुके हैं. पिछले 5 वर्षों में नक्सली गतिविधि (Naxalite Activity) में 72% की गिरावट आई है.
2024 में मात्र एक सिविलियन कैजुअल्टी हुई
2023 में रामबाबू राम उर्फ राजन को दो AK-47 के साथ गिरफ्तार करने के बाद उत्तर बिहार के इलाके में नक्सली गतिविधियों की कोई सूचना नहीं मिलती है. हालांकि निगरानी रखी जाती है. पुलिस के आंकड़े के मुताबिक पिछले 5 वर्षों में नक्सली गतिविधि में 72% की गिरावट आई है. 2019 में नक्सली हिंसा में 1180 सिविलियन कैजुअल्टी हुई थी, तो वहीं 2024 में मात्र एक सिविलियन कैजुअल्टी हुई है. 2016 में नक्सलियों के विरुद्ध कार्रवाई में 13 पुलिसकर्मी शाहिद हुए थे.
बात वर्ष 2020 के बाद की करें तो कोई भी सुरक्षा बल की नक्सली मुठभेड़ में मौत नहीं हुई है. इस साल 2024 में नक्सली क्षेत्र में लोकसभा का चुनाव और विधानसभा के उपचुनाव हुए, जो शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गए. बीते 3 वर्षों में नक्सलियों से मुठभेड़ में तीन नक्सली को ढेर किया गया तो 397 कुख्यात नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया. इनमें 18 इनामी नक्सली थे. इस दौरान 129 हथियार, 20000 से अधिक कारतूस, और 300 किलोग्राम विस्फोटक जब्त किया गया.
बरामद हुए हथियार में 11 रेगुलर तो 21 पुलिस से लूटे गए हथियार थे. सिर्फ इस वर्ष 123 नक्सली बिहार एवं बिहार के बाहर से गिरफ्तार किए इनमें 11 इनामी नक्सली गिरफ्तार हुए. इस अभियान में एक पुलिस राइफल सहित कुल 24 हथियार, 2432 कार्टून कारतूस 554 डेटोनेटर 146 किलो बिस्किट बरामद किए गए थे. राज्य पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने इस साल 2024 में विभिन्न मामलों में वांछित 53 नक्सलियों को भी गिरफ्तार किया है.
बिहार में अब मात्र 8 जिले ही नक्सल प्रभावित क्षेत्र
2024 में भारत सरकार के आंकड़ों के अनुसार बिहार में मात्र 8 जिले ही नक्सल प्रभावित क्षेत्र रह गए हैं. इनमें मुंगेर जमुई,लखीसराय, बांका, गया, औरंगाबाद, रोहतास एवं कैमूर हैं. वर्तमान समय में बिहार में नक्सल प्रभावित वही क्षेत्र हैं, जो बिहार- झारखंड के सीमावर्ती इलाका हैं. बिहार के गया, औरंगाबाद, लखीसराय, जमुई और मुंगेर में छोटे-छोटे समूह में नक्सली मिलने की सूचना मिलती है. इन जगहों में सुरक्षा बलों के जरिए व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है.
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