नीतीश सरकार गिराने की साजिश: जानिए- उस विधायक का क्या कहना है, जिसे लालू प्रसाद यादव ने किया था फोन
ललन पासवान ने बताया कि जब यह घटना हुई तो वे सुशील मोदी जी के आवास पर ही थे, ऐसे में जब उनके पीए ने आकर कहा कि लालू यादव जी बात करना चाहते हैं तो सभी चौंक गए, जिसके बाद सारा मामला सामने आया और सुशील मोदी ट्वीट कर सभी को जानकारी दी.
पटना: आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव द्वारा कथित तौर पर एनडीए नेताओं को कॉल कर मंत्री पद का प्रलोभन देकर पार्टी से बगावत करने लिए उकसाने के आरोपों के बीच एनडीए विधायक ललन पासवान ने आगे आकर यह बात कबूली है कि सजायफ़्ता लालू प्रसाद यादव ने कल रात उन्हें कॉल किया था और पार्टी से बगावत कर मौजूदा सरकार गिराने में उनकी मदद करने की बात कही थी.
ललन पासवान ने बुधवार को इस संबंध में मीडिया से बात करते हुए कहा, " चुनाव में जीत के बाद लगातार बधाई देने वालों का कॉल आ रहा था. ऐसे में मुझे लगा ऐसे ही किसी का कॉल है. इसलिए मेरे पीए ने कॉल उठाया. उन्होंने मुझसे कहा कोई लालू प्रसाद जी बात करना चाहते हैं, मैंने सोचा कौन लालू प्रसाद जी? फिर हमने पूछा रांची से? तब मैंने उनको प्रणाम किया. उन्होंने भी बधाई और आशीर्वाद दी फिर कहने लगे कि हमारा साथ दो, स्पीकर को गिराना है, सरकार गिरना है. ऐसा करने पर तुमको मंत्री बनाएंगे. तो हमने कहा हम पार्टी में हैं, हम ऐसा नहीं कर सकते.
उन्होंने बताया कि जब यह घटना हुई तो वे सुशील मोदी जी के आवास पर ही थे, ऐसे में जब उनके पीए ने आकर कहा कि लालू यादव जी बात करना चाहते हैं तो सभी चौंक गए, जिसके बाद सारा मामला सामने आया और सुशील मोदी ट्वीट कर सभी को जानकारी दी.
दरअसल, कल रात बिहार पूर्व डिप्टी सीएम और विधान परिषद अध्यक्ष सुशील कुमार मोदी ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर गंभीर आरोप लगाते हुए ट्वीट कर कहा कि लालू यादव रांची से एनडीए के विधायकों टेलीफोन कॉल कर रहे हैं और मंत्री बनाने का प्रलोभन देकर बहलाने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में जब मैंने फोन किया तो लालू यादव ने सीधे उठाया, जिसपर मैंने कहा कि जेल से ये गंदी हरकतें मत करें, आप सफल नहीं होंगे.
उनके इस आरोप के बाद आज एक बुधवार को एक ऑडियो वायरल हुआ है, जिसमें कथित तौर पर लालू यादव एनडीए विधायक ललन पासवान से बात कर रहे हैं, और विधानसभा स्पीकर के लिए आज होने वाले चुनाव में पार्टी से बगावत कर उनका साथ देने को कह रहे हैं. इसके बदले में उन्हें मंत्री बनाने का लालच भी दे रहे हैं. हालांकि, यह वायरल ऑडियो सत्य है या नहीं इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन इस ऑडियो के सामने आने के बाद सूबे की राजनीतिक गलियारों में बवाल जरूर मच गया है.