NEET Paper Leak Update: नीट पेपर लीक का मामला अब सीबीआई के पास पहुंच गया है. सीबीआई ने इस कांड में मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी गई है. कई राज्यों से इसका कनेक्शन जुड़ रहा है. इस रिपोर्ट में 10 प्वाइंट में समझिए कि पेपर लीक मामले में बिहार में अब तक क्या क्या हुआ है. कितने लोग गिरफ्तार किए गए हैं और आगे क्या कुछ होगा. सबसे पहले यह जान लें कि नीट पेपर लीक का मामला बिहार की राजधानी पटना से ही सामने आया था. बीते 5 मई को देश भर में नीट की परीक्षा हुई थी.


1) पटना पुलिस को 5 मई को गड़बड़ी की जानकारी मिली थी. पुलिस को झारखंड नंबर की डस्टर कार में सवार कुछ लोगों के बारे में सूचना मिली थी. पुलिस ने डस्टर कार को बेली रोड पर पकड़ा था और कार से तीन लोग सिकंदर यादवेंदु, अखिलेश कुमार और बिट्टू कुमार पकड़े गए थे. कार से चार उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड मिले. इन चारों से सिकंदर ने सेटिंग की थी.


2) सिकंदर ने संजीव सिंह रॉकी, नीतीश और अमित आनंद का नाम लिया था. ये लोग इसी गैंग के सदस्य थे. इस मामले में शास्त्री नगर थाना पुलिस ने कांड संख्या 358/24 दर्ज करके आगे की कार्रवाई में जुट गई.


3) गिरफ्तार लोगों से पूछताछ के बाद पटना के खेमनीचक इलाके के लर्न प्ले स्कूल एवं हॉस्टल में छापेमारी की गई. यहां से नीट के अधजले प्रश्न पत्र मिले थे. इसी स्कूल में नीट के छात्रों को चार मई की रात में लाकर प्रश्न पत्र देकर आंसर रटवाए गए थे.


4) इसके बाद पुलिस के सामने सभी आरोपितों ने कबूल भी कर लिया कि कितने रुपये में किससे कैसे सेटिंग. किसी के पिता ने सेटिंग की थी तो किसी के फूफा ने कोटा से बच्चे को बुलाकर सेटिंग की थी.


5) इस केस की जांच आर्थिक अपराध इकाई को सौंपी गई. टीम ने जांच शुरू की. देखते देखते 13 लोग गिरफ्तार कर लिए गए. 17 मई को आर्थिक अपराध इकाई ने अनुसंधान करना शुरू किया था.


6) इसके बाद आर्थिक अपराध इकाई ने लर्न प्ले स्कूल के मुख्य सूत्रधारों में से दो लोगों को गिरफ्तार किया था. उनकी निशानदेही से देवघर के देवीपुर स्थित फार्म हाउस से तीन लोगों को गिरफ्तारी किया गया. ईओयू के अधिकारियों ने जानकारी जुटा ली कि पेपर लीक कांड का कनेक्शन पेशेवर अपराधी संजीव कुमार उर्फ लूटन मुखिया गिरोह से है.


7) ईओयू की जानकारी में आया कि लर्न प्ले स्कूल से दो किलोमीटर पहले ही कार से छात्रों को लाकर छोड़ दिया गया था. वहां से पैदल ही वे लोग स्कूल पहुंचे थे जहां चार मई की रात में रुकना था. जिस कार से लाया गया था उसके ड्राइवर सह मालिक मुकेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया. ईओयू के मुताबिक एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) से अब तक 15 अभ्यर्थियों के रोल कोड की विवरणी प्राप्त हुई है जिसमें पांच अभ्यर्थियों से पूछताछ की गई है.


8) लर्न प्ले स्कूल से मिले अधजले प्रश्न पत्र की जांच में पाया गया कि उसका सीरियल कोड हजारीबाग के ओएसिस स्कूल का है जहां नीट का सेंटर था. इसके बाद ईओयू ने देवघर से पांच और लोगों को गिरफ्तार कर लिया. इस तरह अब तक बिहार में 18 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. देवघर से गिरफ्तार किए गए सभी पांच आरोपित नालंदा जिले के रहने वाले हैं. लर्न प्ले स्कूल में बच्चों को ठहराने वाला मकान का किराएदार आशुतोष कुमार पटना के दनियावां का रहने वाला है.


9) सोमवार (24 जून) को दो सदस्यीय टीम पटना पहुंची. आर्थिक अपराध इकाई के कार्यालय गई. ईओयू अब तक के केस में जुड़े सभी दस्तावेजों को सीबीआई को सौंपेगी. इससे पहले सीबीआई ने इस कांड में केस दर्ज कर लिया है. सीबीआई ही अब नीट पेपर लीक की जांच करेगी.


10) इस केस में जले हुए प्रश्न पत्र के टुकड़े, मोबाइल फोन, लोगों के बयान, लैपटॉप सहित कई चीजें हैं. सीबीआई के अधिकारी गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय से ट्रांजिट रिमांड लेकर पूछताछ के लिए दिल्ली भी ले जा सकते हैं.


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