NEET Paper Leak: नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई की टीम पटना एम्स के चार मेडिकल स्टूडेंट्स को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. इसमें तीसरे साल के तीन और दूसरे साल का एक स्टूडेंट शामिल है. शक है कि परीक्षा माफियाओं ने इन छात्रों से पेपर सॉल्व कराया था. कुल 10 मेडिकल स्टूडेंट्स से पेपर हल करवाने का शक है, जिसमें छह बिहार और चार झारखंड के हैं. झारखंड में भी सीबीआई की टीम उन छात्रों की तलाश कर रही है. वहीं, इस मामले को लेकर पटना एम्स के डायरेक्टर ने महत्वपूर्ण जानकारी दी है.


सीबीआई हिरासत में लिए स्टूडेंट से कर रही है पूछताछ


सीबीआई को शक है कि हजारीबाग से पेपर लीक हुआ और संजीव मुखिया तक पहुंचा. संजीव मुखिया ने प्रश्न पत्र अपने गुर्गे चिंटू और रिश्तेदार रॉकी को मोबाइल पर भिजवाया. चिंटू ने बिहार में और रॉकी ने झारखंड में मेडिकल स्टूडेंट्स से पेपर हल करवाया. उसके बाद अभ्यर्थियों को रटने के लिए दिया गया. इसी लीड पर सीबीआई की टीम काम कर रही है. वहीं, पटना एम्स के जिन स्टूडेंट को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. उनके कमरों को सील कर दिया गया है. मोबाइल लैपटॉप को सीबीआई ने जब्त कर ली है.


पटना एम्स के डायरेक्टर ने दी जानकारी


पटना एम्स के डायरेक्टर डॉ. जीके पॉल ने कहा कि बुधवार को हॉस्टल कॉम्प्लेक्स से सीबीआई टीम 4 स्टूडेंट को लेकर गई है. नीट पेपर लीक मामले में पूछताछ के लिए ले गई है. हिरासत में लिए गए छात्रों का नाम चंदन कुमार, राहुल कुमार, करण जैन, कुमार शानू है. बुधवार को सीबीआई 3 बजे चंदन सिंह, कुमार शानू, राहुल कुमार को लेकर गई. एक स्टूडेंट उस समय हॉस्टल में नहीं था. जिसका नाम गौरव जैन है. वह खुद जाकर सीबीआई दफ्तर में रिपोर्ट किया. 


आगे उन्होंने बताया कि यहां आने से पहले कल सीबीआई की टीम स्टूडेंट का फोटो, मोबाइल नंबर हमको भेज चुकी थी. मैंने पूरा सहयोग किया. चारों स्टूडेंट से हम पर्सनली इंटरैक्ट नहीं किए हैं. पेपर हल इन लोगों से कराया गया या नहीं? यह मुझे नहीं पता है. हम लोग भी जांच करेंगे, दोषी पाए जाने पर कार्रवाई होगी.


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