बगहा: भारत से सटे गांवों में नेपाल सरकार हेलीपैड का निर्माण करा रही है. इस बात को लेकर भारतीय खुफिया एजेंसियों ने केंद्र और राज्य सरकार को अलर्ट कर दिया है. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक वाल्मीकिनगर से सटे और आसपास के इलाकों में नेपाल ने तीन हेलीपैड बनाया है. नेपाल की ओर से इसे बाढ़ राहत वितरण की वजह से बनाए जाने की बात कही जा रही है, जबकि उन इलाकों को बाढ़ प्रभावित मानने से खुफिया विभाग ने इंकार किया है.


इधर, नेपाल की इस हरकत को हाल के दिनों में नेपाल से हुए कड़वाहट और चीन की साजिश से जोड़कर देखा जा रहा है. सूचना के बाद पहले से सील चल रहे नेपाल बॉर्डर पर SSB हाई अलर्ट पर है. सूत्रों के मुताबिक नेपाली क्षेत्र में नवलपरासी जिला अंतर्गत तीन हेलीपैड तैयार हो रहा है. पहला हेलीपैड नरसही सुस्ता मामले के विवादित जमीन के पास नरसही गांव से सटे है. दूसरा हेलीपैड गंडक नदी के किनारे त्रिवेणी आर्मी कैंप के पास है और तीसरा हेलीपैड उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के समीप 8 किलोमीटर की दूरी पर उज्जैनी गांव में बनने की सूचना है.


भारतीय खुफिया एजेंसी ने बिहार और केंद्र सरकार को इसकी सूचना भेज दी है. मालूम हो कि संयुक्त राष्ट्र महासंघ के नियमावली के मुताबिक नेपाल एक बफर स्टेट है. इस देश पर कोई हमला और चढ़ाई करने की नहीं सोचता है. लेकिन नेपाल में हेलीपैड का निर्माण से यह संदेह है कि कहीं चीन के इशारे पर तो नेपाल यह काम नहीं कर रही.