Bihar School Timing: बदला गया केके पाठक का आदेश, अब इतने बजे से जाएंगे बच्चे और शिक्षक, नया समय आया
Bihar Education Department: ग्रीष्मावकाश के बाद मई में स्कूलों का समय सुबह 6 से दोपहर 12 बजे तक था. इसके बाद सीएम नीतीश ने संज्ञान लेते हुए स्कूल बंद करने का निर्देश दिया था.
Bihar School New Timing: बिहार में भीषण गर्मी के कारण छात्र-छात्राओं के लिए बंद किए गए सरकारी स्कूल सोमवार (10 जून) से खुलने जा रहे हैं. केके पाठक के आदेश को बदल दिया गया है. सोमवार से नए समय पर स्कूलों का संचालन होगा. शिक्षा विभाग (Education Department) के प्रभारी अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ के आदेश पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक सन्नी सिन्हा ने गुरुवार (06 जून) को स्कूलों की टाइमिंग को लेकर नया आदेश जारी किया है. नए आदेश के तहत विद्यालय में शिक्षक और छात्र-छात्राओं के पहुंचने का समय, कक्षा संचालन एवं मध्याह्न भोजन वितरण की नई समय-सारणी सामने आई है.
इस नए आदेश के अनुसार अब स्कूल का संचालन सुबह 6:30 बजे से लेकर 11:30 बजे तक होगा. यह आदेश 30 जून तक प्रभावी रहेगा. 6:30 से 6:45 तक प्रार्थना सत्र, 6:45 से 7:20 तक पहली घंटी, 7:20 से 7:55 तक दूसरी घंटी, 7:55 से 8:30 तक तीसरी घंटी, 8:30 से 9:05 तक चौथी घंटी, 9:05 से 9:40 तक पांचवीं घंटी, 9:40 से 10:15 तक छठी घंटी, 10:15 से 10:50 तक सातवीं घंटी और 10:50 से 11:30 तक वर्ग 3-8 के विद्यार्थियों के लिए मिशन दक्ष के अंतर्गत कक्षा का संचालन होगा.
प्रधानाध्यापक और शिक्षक कितने कब पहुंचेंगे?
कक्षा 9-12 तक के विद्यार्थियों के लिए नियमित कक्षा का संचालन एवं जो बच्चे मिशन दक्ष से आच्छादित नहीं हैं उनके लिए खेलकूद, पेंटिंग एवं अन्य सृजनात्मक गतिविधि करानी है. 11:30 बजे से लेकर 12:10 तक कक्षा 1-8 तक के छात्र-छात्राओं को मध्याह्न भोजन दिया जाएगा. इसके साथ ही इस नए आदेश में विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मी विद्यालय शुरू होने से 10 मिनट पूर्व उपस्थित होंगे.
बता दें कि 29 मई को भीषण गर्मी और हीट वेव को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर राज्य के सभी स्कूलों, कोचिंग संस्थानों को 8 जून तक के लिए बंद कर दिया गया था. राज्यभर में गर्मी का प्रकोप कम होने और मानसून के आगमन को देखते हुए स्कूलों को आगामी सोमवार से फिर से खोला जा रहा है. हालांकि अभी स्कूलों में सिर्फ बच्चों की छुट्टियां हैं. प्रधानाध्यापक व शिक्षक नियमित रूप से ड्यूटी देते आ रहे हैं.
स्कूल बंद करने से पहले कक्षाओं के संचालन के समय पर कई सवाल उठ रहे थे. ग्रीष्मावकाश के बाद मई महीने में स्कूलों का समय सुबह 6 से दोपहर 12 बजे तक था. ऐसे में बच्चों एवं शिक्षकों को सुबह जल्दी उठकर हड़बड़ी में स्कूल पहुंचना पड़ता था और छुट्टी के बाद दोपहर में भीषण गर्मी के बीच घर लौटना पड़ता था. राज्य के कई जिलों में गर्मी की वजह से छात्र-छात्राओं और शिक्षकों की तबीयत बिगड़ने की भी खबरें सामने आईं थीं. इसके बाद सीएम नीतीश ने संज्ञान लेते हुए स्कूल बंद करने का निर्देश दिया था.
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