बिहार में मंत्रिमंडल के विस्तार में फंसा पेंच , मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कही ये बातें
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर आज एक बड़ा बयान दे दिया. आज (मंगलवार) पटना से वैशाली के लिए रवाना होने से पहले नीतीश कुमार ने कहा कि फिलहाल इस मसले पर बीजेपी की तरफ से कोई प्रस्ताव नहीं आया है.
पटना: सरकार गठन के बाद बिहार के राजनीतिक गलियारे में अटकलों का बाजार गर्म रहा कि नई सरकार के अंदर सब कुछ ठीक नहीं है. नई सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर लगातार सवाल उठते रहे, कयास लगते रहे,लेकिन फिलहाल बिहार में मंत्रिमंडल के विस्तार पर अभी भी स्थिति साफ नहीं दिख रही है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर आज एक बड़ा बयान दे दिया. आज (मंगलवार) पटना से वैशाली के लिए रवाना होने से पहले नीतीश कुमार ने कहा कि फिलहाल इस मसले पर बीजेपी की तरफ से कोई प्रस्ताव नहीं आया है.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मंत्रिमंडल के विस्तार के संबंध में अभी बातचीत नहीं हुई है साथ हीं मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी की तरफ से मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर प्रस्ताव आएगा तभी कोई निर्णय लिया जाएगा.
बताते चलें कि नीतीश सरकार पर लगातार कैबिनेट की बैठक नही होने का भी आरोप लगाया जा रहा था विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि सरकार बनने के बाद सिर्फ एक ही कैबिनेट की बैठक हुई है. लेकिन आज होने वाली कैबिनेट की बैठक के बारे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद जानकारी देते हुए कहा कि अगले 5 वर्षों में सरकार को क्या काम करना है और इसके लिए जो प्रारूप तैयार हुए हैं उसे आज होने वाली कैबिनेट की बैठक में लाया जाएगा.
14 नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुल 14 मंत्रियों के साथ शपथ ली थी. फिलहाल नीतीश कुमार दो उपमुख्यमंत्रियों समेत बीजेपी, हम और वीआईपी पार्टी के कोटे से बने मंत्रियों के साथ सरकार चला रहे हैं.इसमें बीजेपी कोटे 7, जेडीयू पांच और मांझी और मुकेस सहनी की पार्टी से एक एक चेहरे को जगह मिली थी बाद में जेडीयू के एक मंत्री मेवालाल चौधरी ने इस्तीफा दे दिया और अब नीतीश कुमार के अलावे कैबिनेट में केवल 13 मंत्री ही बचे हैं बताते चलें कि नीतीश सरकार में इस बार कई पुराने चेहरों को जगह नहीं मिली है.
मुख्यमंत्री के बयान पर बीजेपी का जवाब
मुख्यमंत्री द्वारा कैबिनेट विस्तार में देरी का कारण बीजेपी को बताने पर बीजेपी के तेवर तल्ख हो गए और बीजेपी प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने कहा कि कोई जल्दबाजी नही और अब तो खरमास है तो फिलहाल एक महीने बाद ही विस्तार सम्भव है वैसे हमारा शीर्ष नेतृत्व दूसरे कामों में व्यस्त है फुर्सत होगी तो देख लेंगे.
बिहार सरकार की पेंच पर विपत्र ने ली चुटकी
इधर बीजेपी-जेडीयू के आपसी कशमकश पर विपत्र ने जमकर चुटकी ली. आरजेडी के विधायक भाई विरेन्द्र ने कहा कि ये सरकार पति पत्नी के झगड़ा में लगी है,जद यू और भाजपा में कोई संवाद नही और भुगत रही है जनता, वहीं कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौड़ का आरोप है कि इस सरकार में नीतीश कुमार निरीह है,ये भाजपा और आरएसएस जैसे आका के आदेश में है. नीतीश कुमार अंतरात्मा जगाएं,इस्तीफा दें,बेइज्जत होने से अच्छा है इज़्ज़त से घर में सोयें.