पटना: नए साल 2023 (New Year 2023) का कुछ ही दिनों में आगाज होने वाला है. कुल मिलाकर 10 से 11 दिन शेष रह गए हैं. ऐसे में बिहार में लोग न्यू ईयर सेलिब्रेट करने के लिए जगहों की प्लानिंग करने में जुट गए हैं. बिहार में ऐसे कई खास स्थल हैं जहां जाकर आपने अपने नव वर्ष को खासा यादगार बना सकते हैं. 31 दिसंबर से ही नए साल को लेकर धूम शुरू हो जाएगी. ऐसे में हम उन जगहों के बारे में आपको अभी ही बताएंगे जो पार्टी और पिकनिक करने के लिहाज से बेहद रोमांचित और खूबसूरत जगहें होंगी. कम बजट और पूर्ण साधन के साथ आराम से अपने प्रिय, दोस्तों और परिवार के साथ नव वर्ष मना सकते हैं.
कशिश वॉटरफॉल
रोहतास में स्थित कशिश वॉटरफॉल जिले के अमझोर के कैमूर पहाड़ियों में है. ये वॉटरफॉल चार धाराओं से निकला है. जब 850 फीट की ऊंचाई से पानी गिरता है तो पूरे जंगल में इसकी गूंज सुनाई देती है. नए साल पर रोमांच के भरा पिकनिक मनाना है तो यहां जाकर इस वॉटर फॉल का आनंद उठा सकते हैं. यहां आप आसानी से पहुंच सकते. बाइक, कार जैसे वाहन से यहां पहुंचा जा सकता है. इसके लिए आपको 10 मिनट की दूरी पर कार पार्क करनी होगी. कम बजट और कम समय में आसानी से यहां पहुंचकर इसका आनंद उठा सकते हैं. पटना से लगभग 170 और रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम से लगभग 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
करकटगढ़
कैमूर में स्थित करकटगढ़ वॉटरफॉल पिकनिक स्पॉट के लिए लोगों की खास पसंद है. यहां नए साल का जश्न मनाने के लिए लोगों की भीड़ एकत्रित होती है. वन एवं पर्यावरण विभाग की ओर से करकटगढ़ जलप्रपात के बगल में इको पार्क, सेल्फी प्वाइंट तथा हैंगिंग झूला का भी निर्माण कर दिया गया है. इसके अलावा लकड़ियों की मदद से कई आकृति बनाई गई है. नए साल पर आप इस नजारे में काफी आनंदित महसूस करेंगे. ये वॉटरफॉल जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यहां जाने के लिए आप दो पहिए या चार पहिए का इस्तेमाल कर सकते हैं. कम बजट में इस डेस्टिनेशन का लाभ उठा सकते हैं. युवाओं के बीच इसका खास क्रेज है. पटना से लगभग 250 किमी का सफर है जो आप पांच से छह घंटे में तय कर सकते हैं.
तेलहर कुंड
तेलहर कुंड तथा तेलहर वॉरफॉल बिहार के कैमूर में भभुआ-औधोरा मार्ग पर स्थित है. नए साल पर इन पहाड़ी वादियों में आप पिकनिक मनाने जा सकते हैं. यह प्रपात दुर्गावती नदी के उद्गम के पास रोहतास पठार में स्थित है. यह चारों तरफ से हरा भरा, दुर्गम पहाड़ियों से घिरा हुआ है. 80 मीटर की ऊंचाई झरने से पानी गिरता है. इसकी खूबसूरती मन मोह लेती है. यहां कार या बाइक से आसानी से पहुंचा जा सकता है. पटना से कुल 172 किमी तक का ये सफर है.
मंदार पर्वत
बिहार के बांका जिले के बौंसी-बाराहाट प्रखंड के सीमा पर अवस्थित मंदार पर्वत विश्व-सृष्टि का एकमात्र मूक गवाह है. भागलपुर से लगभग 45 किलोमीटर की दूरी पर बसे बांका जिले में 'मंदार पर्वत' स्थित है. नए साल पर यहां जाकर अद्भुत नजारों के बीच जश्न मना सकते हैं. पौराणिक कथाओं के अनुसार इसी मंदार पर्वत से समुद्र का मंथन किया गया था. यहां हर साल विभिन्न राज्यों से सैलानी आते हैं. नए साल पर भी आप यहां जाकर पिकनिक मना सकते हैं. साथ ही देवी देवताओं के मंदिरों का दर्शन भी कर सकते हैं. यहां जाने के लिए 2017 में ही रोपवे निर्माण हो चुका है जिसके कारण सैलानियों को यहां जाने में आसानी होती है.
यह भी पढ़ें- Bihar Politics: प्रशांत किशोर ने क्यों की 'भविष्यवाणी'? क्या इन कारणों से PK ने समझ ली नीतीश कुमार की 'चाल'?