Sitamarhi News: 4 वर्षों से बंद रीगा चीनी मिल दिसंबर में होगा चालू, मेसर्स निरानी शुगर कंपनी ने किया ऐलान
Bihar News: सीतामढ़ी की चार साल से बंद रीगा चीनी मिल दिसंबर से निरानी शुगर कंपनी चलाएगी. निलामी के बाद कंपनी के चेयरमैन मरूगेश निरानी ने यह घोषणा की. इससे सीतामढ़ी में खुशी का माहौल है.
Sitamarhi News: सीतामढ़ी जिले में चार वर्षों से बंद रीगा चीनी मिल दिसंबर से चालू हो जाएगा. इसकी घोषणा खुद नीलामी में मिल को हासिल करने वाले मरूगेश आर. निरानी ने की है. मरूगेश आर. मेसर्स निरानी शुगर के चेयरमैन हैं. शुक्रवार को स्थानीय सांसद देवेश चंद्र ठाकुर के आवास पर चेयरमैन निरानी ने कहा कि वे 12 चीनी मिल संचालित कर रहे हैं, जिसमें एक यह चीनी मिल भी जुड़ गया. उनके मिलों में करीब 20 हजार कामगार हैं.
मरूगेश आर. मेसर्स ने कहा कि करीब 25 वर्षों से इस कारोबार में हैं. किसान परिवार से हैं. इस लिहाज से किसानों की स्थिति को जानते हैं. इस क्षेत्र के लोग हार्ड वर्क करते हैं उनकी कोशिश है कि राजनीति से दूर रह किसानों के हित के बारे में सोचा जाए और अधिक से अधिक रोजगार दे सके.
हर सप्ताह गन्ना के भुगतान की कोशिश
कर्नाटक राज्य के मूल निवासी चेयरमैन निरानी ने कहा कि वे हर सप्ताह गन्ना आपूर्ति के एवज में किसानों को भुगतान करेंगे. पत्रकारों के एक सवाल पर कहा, फिलहाल इस मिल की क्षमता 11 मेगावाट बिजली उत्पादन की है. इसे बढ़ाकर 20 मेगावाट करेंगे. सरकार को भी बिजली की आपूर्ति करेंगे. वहीं, एक अन्य सवाल पर निरानी ने कहा कि वे कर्नाटक से हैं. इतनी दूर माता सीता की कृपा से पहुंचे हैं. उन्हें गर्व है कि वे हिंदू हैं मां जानकी की धरती पर चीनी मिल चालू करने जा रहे हैं, इससे बड़ी खुशी की बात उनके लिए कुछ नहीं हैं. यहां मिल को संचालित करने में गर्व महसूस हो रहा है. सांसद ठाकुर ने बंद चीनी मिल को चालू करने के लिए निरानी के प्रति आभार व्यक्त किया और हर संभव सहयोग करने की भी बात कही.
नीलामी से पहले मिल का मुआयना
गौरतलब है कि दो अगस्त को नीलामी में रीगा चीनी मिल निरानी शुगर, बैंगलोर के हाथ लगी है. इससे पूर्व मिल के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर एस. निरानी की अगुवाई में सात सदस्यीय टीम रीगा चीनी मिल एवं डिस्टिलरी के हर मशीन की बारीकी से मुआयना की थी. टीम मिल के बाहरी क्षेत्र के उन निजी जमीनों की भी मुआयना की थी, जिसे जरूरत पड़ने पर खरीदी जा सके है. टीम ने किसानों से बातचीत की थी और उनसे जानने की कोशिश की थी कि मिल चालू होगा तो गन्ना की खेती कितनी बढ़ेगी.
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