बेतियाः मत्स्य एवं पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी के साथ यूपी में हुई घटी घटना के बाद निषाद समाज में भारी आक्रोश है. मंत्री के पक्ष में गोलबंदी शुरू करते हुए आंदोलन की चेतावनी दे दी गई है. बुधवार को बेतिया शहर के दुर्गाबाग मोहल्ले में निषाद संघ के जिलाध्यक्ष संतोष चौधरी ने अहम बैठक की. इस दौरान निषाद समाज के लोगों ने सरकार पर जमकर हमला बोला और मंत्री के साथ हर पल खड़ा रहने का संकल्प लिया.
जिलाध्यक्ष संतोष चौधरी ने कहा कि मंत्री मुकेश सहनी यूपी में फूलन देवी की प्रतिमा का अनावरण करने गए थे लेकिन यूपी सरकार ने उन्हें नजरबंद कर दिया जो बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. हम अपने पूर्वजों को सम्मान दिलाने के लिए काम कर रहे हैं लेकिन सरकार उनकी उपेक्षा कर रही है. सरकार अगर उन्हें उनका हक नहीं देती हैं तो सड़क से लेकर सदन तक विरोध किया जाएगा.
वहीं, संघ कार्यकारिणी के प्रदेश अध्यक्ष तुलसी चौधरी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर प्रहार करते हुए कहा कि एक मंत्री को हवाई अड्डे पर ही नजरबंद कर देना निंदनीय है. जबकि इस समाज की भागीदारी देश में रही है, लेकिन सरकार व नेताओं ने इस समाज को उपेक्षित करने का काम किया है.
यूपी में मूर्ति स्थापित नहीं किए जाने से बीजेपी से नाराज
बता दें कि सहनी की पार्टी यूपी के लखनऊ और वाराणसी सहित तमाम बड़े शहरों में फूलन देवी की प्रतिमा स्थापित करना चाहती थी. इस सिलसिले में जब सहनी वाराणसी पहुंचे तो वहां उन्हें एयरपोर्ट से बाहर ही नहीं निकलने दिया गया और दूसरी फ्लाइट से कोलकाता भेज दिया गया. मुकेश सहनी ने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री कहते हैं सबका साथ सबका विकास और हम एक मूर्ति लगाने गए तो रोका गया.
एनडीए की बैठक में हमारी बात नहीं सुनी जाती है तो हमें और जीतन राम मांझी को मिलकर सोचना है कि आखिर हमारी बात क्यों नहीं सुनी जा रही है. हालांकि इस बयान के बाद अगले दिन उनके तेवड़ कम हो गए. यूपी में हुए प्रकरण के बाद मुकेश सहनी ने कहा है कि उनकी नीतीश कुमार सरकार से कोई शिकायत नहीं है. एनडीए को लेकर थोड़ा मसला है, जिसे जल्द हल कर लिया जाएगा.
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