Old Rajendra Nagar Accident: पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ बुधवार को बैठक की. इस बैठक में पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा सहित कई अधिकारी मौजूद रहे. बैठक के बाद पटना डीएम ने कहा कि कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधियों से हमने बताया है कि क्या अपेक्षाएं हैं. वहीं, कोचिंग संस्थानों की जो जांच चल रही है उसमें क्या निकल कर सामने आया है उससे उन लोगों को अवगत कराया गया. उसमें सुधार करने के लिए निर्देश दिए गए हैं.
उन्होंने बताया कि क्लासरूम में क्षमता से अधिक छात्रों को बैठाया जा रहा है. नियम के अनुसार एक वर्ग मीटर की जगह एक छात्र के लिए क्लासरूम में रहनी चाहिए. जांच में आया है कि जो आने जाने का गलियारा है उसमें बच्चों को बैठाया जा रहा है. सख्त चेतावनी दी गई है कि यह सब बंद हो. अगली बार जांच करेंगे व गड़बड़ी दिखी तो एक्शन हो जाएगा.
क्राइटेरिया का पालन करें- डीएम
डीएम ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा के लिए जो जरूरी चीज हैं उसका अनुपालन किया जाए. जिन कोचिंग संस्थानों ने अपना निबंधन नहीं कराया है वह करा लें. निबंधन के लिए समय दिया गया है. निबंधन के लिए जो क्राइटेरिया है वह कोचिंग संस्थानों को बता दिया गया है. फायर सेफ्टी की व्यवस्था कराने को कहा गया है. एंट्री-एग्जिट गेट अलग रहे. जितनी क्षमता है उतने स्टूडेंट्स का बैच बनाया जाए. बिल्डिंग बायलॉज का पालन हो.
दिल्ली कोचिंग हादसे के बाद एक्शन में प्रशासन
बता दें दिल्ली में एक कोचिंग में बेसमेंट में छात्रों की मौत के बाद पटना जिला प्रशासन एक्शन में है. कोचिंग संस्थानों की जांच हो रही है. कोचिंग संस्थानों के रजिस्ट्रेशन, प्रवेश-निकास की व्यवस्था, सुरक्षा मानकों, फायर सेफ्टी, बिल्डिंग बायलॉज, ड्रेनेज सिस्टम, इमरजेंसी हालात से निपटने की व्यवस्था की जांच हो रही है जो मानक के अनुरूप नहीं होंगे उनको बंद किया जाएगा.
ये भी पढे़ं: Khan Sir Coaching: खान सर के इंस्टीट्यूट में लगा ताला, कोचिंग संस्थानों की जांच से मचा हड़कंप