रोहतास: बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक देख पांच साल से परेशान जनता ने माननीयों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कई जगह मूलभूत सुविधा नहीं मिलने से नाराज ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार का फैसला लिया है. ताजा मामला नीतीश सरकार के मंत्री जय कुमार सिंह के विधानसभा क्षेत्र की है, जहां की जनता ने गांव में विकास नहीं होने के मुद्दे को लेकर वोट बहिष्कार करने का फैसला लिया है.
गांव के बाहर लगाया बैनर
रोहतास के दिनारा विधानसभा क्षेत्र के सूर्यपुरा प्रखंड अंतर्गत गोशलडीह पंचायत के कोसंदा खुर्द गांव में अब तक विकास की रोशनी नहीं पहुंची है. गांव में समस्या से जूझ रहे लोगों ने अब विकास के नाम पर वोट मांगने वाले नेताओं को आइना दिखाने की ठान ली है. मूलभूत सुविधा नहीं मिलने से नाराज गांव के लोगों ने गांव के बाहर वोट बहिष्कार का बैनर लगा दिया है.
खाट पर लाद कर ले जाना पड़ता है मरीज
ग्रामीणों का कहना है कि आजादी के 73 वर्ष बीत गए लेकिन विकास क्या होता है गांव के लोगों को नहीं पता. आज भी गांव के लोग विकास की आस लगाए बैठे हुए हैं. ग्रामीण बताते हैं कि गांव से मुख्य सड़क की दूरी तकरीबन 2 किलोमीटर है. गांव में सड़क का तो अता पता ही नहीं है. जब कोई बीमार पड़ता है, तो उसे खाट पर लाद कर प्रखण्ड मुख्यालय स्थित अस्पताल ले जाना पड़ता है.
नीतीश कुमार खुद आकर देखें गांव की हालत
लोगों ने बताया कि 28 अगस्त, 2020 को सीएम नीतीश कुमार ने नल-जल योजना का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन तो कर दिया लेकिन गांव में योजना का लाभ दूर-दूर तक दिखाई नहीं दे रहा है. वहीं स्वास्थ्य व्यवस्था की बात करें तो 3 दशक पूर्व में ही अस्पताल भवन बनाया गया था, लेकिन आज वह पूरी तरह से जर्जर है और उसमें आज तक कोई भी स्वास्थ्य कर्मी नहीं आया. ग्रामीणों ने कहा, " नीतीश कुमार सिर्फ झूठ-मुठ का विकास का दावा करते हैं. विकास कितना हुआ है वो खुद कोसांदा गांव आ कर देख लें."
लॉकडाउन ने धीमी की विकास की रफ्तार
वहीं, जब कोसांदा खुर्द गांव के बारे में क्षेत्र के विधायक और बिहार सरकार के मंत्री जय कुमार सिंह से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से किए जा रहे विकास के कार्यों को बखूबी अंजाम दिया जा रहा है. दिनारा विधानसभा क्षेत्र में तकरीबन 95 फीसदी सड़कों का निर्माण करवाया जा चुका है. कोविड-19 को लेकर लगाए गए लॉकडाउन की वजह से कुछ गांव के विकास कार्य में बाधा आई है, लेकिन अब विकास ने रफ्तार पकड़ लिया है.
जल्द पूरा किया जाएगा काम
नल-जल योजना को लेकर उन्होंने बताया कि पंचायत के मुखिया और वार्ड सदस्यों के बीच तालमेल नहीं बैठने के कारण इस योजना को पूर्ण होने में वक्त लग रहा है, लेकिन इसे भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा. साथ ही स्वास्थ्य से जुड़े समस्याओं को लेकर स्वास्थ विभाग के सिविल सर्जन से जानकारी हासिल करके क्षेत्र के सभी गांव में स्वास्थ सुविधा दुरुस्त किया जाएगा.