पटना: राष्ट्रीय दर्जा हासिल करने के लिए जेडीयू (JDU) 27 फरवरी को होने वाले नागालैंड विधानसभा चुनाव (Nagaland Assembly Election) लड़ने की तैयारी कर रही है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) ने 29-30 जनवरी को पूर्वोत्तर राज्य का दौरा किया था. इसके साथ ही बिहारी मतदाताओं के साथ-साथ नागालैंड (Nagaland ) के लोगों का विश्वास जीतने के प्रयास में बैक-टू-बैक दो रैलियों को संबोधित किया था.


'दो उम्मीदवारों के नामों की हो गई है घोषणा'


नागालैंड के जेडीयू प्रभारी अफाक खान ने कहा कि जेडीयू ने 2018 में 13 सीटों पर चुनाव लड़ी थी लेकिन एक ही सीट जीतने में सफल रही. हम इस बार 14 से ज्यादा सीटों पर छह फीसदी वोट शेयर के साथ चार से ज्यादा सीटें जीतने की उम्मीद के साथ चुनाव लड़ेंगे. जेडीयू ने दो उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है और उम्मीद की जा रही है कि शनिवार तक अन्य दावेदारों के नामों की भी घोषणा कर दी जाएगी.


'जेडीयू राष्ट्रीय दर्जा प्राप्त कर लेगी'


नागालैंड के जेडीयू प्रभारी ने कहा कि वर्तमान में जेडीयू को बिहार, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में एक राज्य पार्टी के रूप में मान्यता प्राप्त है यदि पार्टी को तीन से अधिक सीटें या छह प्रतिशत वोट प्राप्त आते हैं, तो पार्टी राष्ट्रीय दर्जा प्राप्त कर लेगी. 2003 में जेडीयू ने दो सीटें और 5.8 प्रतिशत वोट जीते थे, लेकिन 2008 में पार्टी एक भी सीट जीतने में नाकाम रही. 2013 और 2018 में उसे एक सीट पर जीत मिली थी.


नागालैंड में तीन मुख्य मुद्दे उठा रहे हैं- नीरज कुमार


वहीं, एमएलसी और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि हम नागालैंड में तीन मुख्य मुद्दे उठा रहे हैं. बीजेपी ने पिछली बार सरकार बनाई थी लेकिन नागालैंड के कुछ वर्गों में अशांति को दूर करने में विफल रही. वह क्षेत्र में शांति स्थापित करने में विफल रही है. इसके अलावा, बीजेपी पिछले कुछ सालों से पूर्वोत्तर में अन्य दलों को तोड़ रही है और यह एक ऐसा मुद्दा होगा जिसे हम बिहार में नीतीश कुमार सरकार द्वारा किए गए कार्यों को इंगित करने के अलावा उठा रहे हैं.


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