पटना: बिहार में जहरीली शराब से हुई मौत के बाद एक तरफ नीतीश कुमार ने साफ कह दिया है कि वह मुआवजा नहीं देंगे तो वहीं कांग्रेस और सीपीआईएमएल इसके विरोध में है. नीतीश के सहयोगी दल कांग्रेस और सीपीआईएमएल के नेताओं का कहना है कि मुआवजा जरूर मिलना चाहिए. कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और विधायक शकील अहमद खान ने कहा कि यह आपदा है जो लोगों ने पीकर व पिला कर खुद किया है. मृतकों के परिजनों को मुआवजा मिलना चाहिए. जो लोग शराब बेचे उनसे वसूल कर पैसा मृतकों के परिजनों को मिलना चाहिए. कानून में जो प्रावधान है उस हिसाब से मिले.


बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन विधानसभा परिसर में सीपीआईएमल (CPIML) के सभी 12 विधायकों ने प्रदर्शन किया. जहरीली शराब कांड में मरे लोगों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की. विधायक दल के नेता महबूब आलम ने कहा कि मुआवजा देने का प्रावधान है.


नीतीश कुमार से मिलेगा प्रतिनिधिमंडल


महबूब आलम ने कहा कि गोपालगंज में मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपया दिया गया था. छपरा में भी मृतकों के परिजनों को मिलना चाहिए. जो लोग शराब बेचे, पिलाए उनसे वसूल कर पैसा मृतकों के परिजनों को देना चाहिए. पूरे बिहार में आज सीपीआईएमएल विरोध प्रदर्शन करेगी. जनता के हित के हम लोगों को मतलब है. नीतीश कुमार से हमारा प्रतिनिधिमंडल मिलेगा.


बता दें कि इसके पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने भी यह कहा था कि मृतकों के परिजनों को मुआवजा मिलना चाहिए. कांग्रेस चाहती है कि जो मरे हैं उन्हें मुआवजा मिले. वह गरीब हैं. इसको लेकर उनकी पार्टी मुख्यमंत्री से मिलेगी. इसको लेकर हमलोग प्रयास करेंगे.


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