Bihar News: बिहार में 19 फरवरी को मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है. सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी. जब सीएम नीतीश कुमार ने सीएम पद की शपथ ली थी तब आठ मंत्रियों का भी शपथग्रहण हुआ था. सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा जो डिप्टी सीएम हैं, उनके पास नौ-नौ विभाग हैं. विजय कुमार चौधरी के पास छह और श्रवण कुमार के पास तीन विभाग हैं. हम को भी विभाग मिला हुआ है. 


गौरतलब है कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नवगठित एनडीए सरकार ने सोमवार(12 फरवरी) को विधानसभा में ‘महागठबंधन’ के सदस्यों के बहिर्गमन के बीच विश्वास मत हासिल कर लिया. बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में कुल 129 वोट पड़े जबकि विपक्षी सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया. मत विभाजन के समय आसन पर उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी थे.


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महेश्वर  हजारी ने संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी के अनुरोध पर ध्वनिमत से प्रस्ताव पारित होने की घोषणा के बाद सदस्यों की गिनती का आदेश दिया. कुमार ने पिछले दिनों महागठबंधन का साथ छोड़ दिया था जिसमें राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख घटक दल है. नीतीश फिर से एनडीए में लौट आए और उन्होंने भाजपा के समर्थन से सरकार बनाई.


इससे पहले चर्चा में भाग लेते हुए जेडीयू अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि आरजेडी राज्य में अपने शासनकाल में भ्रष्टाचार में लिप्त थी और नई एनडीए सरकार इस मामले में जांच कराएगी.कुमार ने दावा किया कि आरजेडी के कार्यकाल में बिहार में अनेक सांप्रदायिक दंगे हुए. उन्होंने कहा, ‘‘कोई कानून व्यवस्था नहीं थी. आरजेडी अपने शासनकाल में (2005 से पहले) भ्रष्टाचार में लिप्त थी. मैं इसकी जांच कराऊंगा.’’


आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने विधानसभा में कहा कि वह नीतीश कुमार को हमेशा ‘पिता तुल्य’ मानते थे और उन्हें नहीं पता कि किस वजह से वह 'महागठबंधन' छोड़कर भाजपा नीत एनडीए में लौटने के लिए मजबूर हुए. विधानसभा में कुमार के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार द्वारा लाए गए विश्वासमत प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान तेजस्वी ने रिकॉर्ड नौवीं बार और पांच साल के कार्यकाल के भीतर तीसरी बार शपथ लेने को लेकर भी मुख्यमंत्री पर तंज कसा और कहा कि ऐसा उदाहरण पहले कभी नहीं देखा गया. पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैंने नीतीश कुमार को हमेशा ‘दशरथ’ (महाकाव्य रामायण के प्रमुख चरित्र) की तरह माना. मुझे नहीं पता कि किस वजह से वह महागठबंधन को धोखा देने को मजबूर हुए.’’