पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज यानी शनिवार को नई दिल्ली में हो रही नीति आयोग की बैठक में शामिल नहीं हुए. बैठक में नहीं जाने को लेकर नीतीश कुमार ने सफाई दी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि है और बहुत पहले से नेहरू जी की पुण्यतिथि पर सरकारी कार्यक्रम होते रहे हैं और उसमें वे शामिल होते रहे हैं.
नीति आयोग की बैठक में नहीं जाने को लेकर सीएम नीतीश ने दी ये सफाई
नीतीश कुमार ने शनिवार को पटना में कहा कि जब वे स्कूल में थे उसी वक्त पंडित नेहरू का निधन हुआ था. इस कार्यक्रम को वे छोड़ नहीं सकते थे. उन्होंने कहा कि दिल्ली में नीति आयोग की बैठक सुबह में ही है और सुबह में ही यहां कार्यक्रम होना है. इस कारण हम नहीं जा सके. बैठक के लिए हमें बहुत पहले सूचना दी गई थी उस वक्त ही हमने कहा था कि दोपहर बाद होती तो हम चले जाते, हमने 5 अधिकारियों के नाम भेजे थे लेकिन उन्हें मान्य नहीं किया गया.
नीतीश कुमार ने कहा कि आज हमें सूचना मिली है कि 5 राज्यों के भी मुख्यमंत्री नहीं जा रहे हैं तो उन लोगों के नहीं आने का क्या कारण है वह तो हम नहीं कह सकते हैं लेकिन मेरा यही कारण था नहीं जाने का. नए संसद भवन पर उन्होंने कहा कि यह तो इतिहास बदला जा रहा है.
नए संसद भवन के उद्घाटन पर कही ये बात
नए संसद भवन के उद्घाटन में जाने की बात पर नीतीश कुमार ने कहा कि नए संसद भवन की कोई जरूरत नहीं थी. उन्होंने कहा कि सभी लोग यह मांग कर रहे हैं कि राष्ट्रपति से उद्घाटन होना चाहिए, लेकिन मैं इस चीज को नहीं मानता हूं. नए संसद भवन की जरूरत ही नहीं थी, यह तो इतिहास को बदला जा रहा है. आजादी के बाद से जो संसद भवन है उस इतिहास को कोई कैसे बदला जा सकता है. उसी भवन का विस्तार किया जाता वह बात अलग थी.
मुख्यमंत्री ने 2000 के नोट पर प्रतिबंध को लेकर हंसते हुए कहा '' क्या ये लोग कर रहे हैं. पहले 1000 का नोट बंद किए उसके बाद 2000 का नोट चलाए अब उसको भी बंद कर दिया गया. उन्होंने कहा कि मीडिया कर्मियों को पूछना चाहिए कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है.''
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