पटना: साल 2021 में मॉनसून के शुरुआत में अत्यधिक वर्षा होने की वजह से उत्तर बिहार के कई जिलों में इस बार समय से पहले ही बाढ़ आ गई है. बिहार का पूर्वी और पश्चिमी चंपारण जिला हर साल की तरह इस साल भी बाढ़ की विभीषिका झेल रहा है. बाढ़ ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. कटाव की वजह से लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, पानी की तेज धार की वजह से आवागमन करने वाले लोगों पर खतरा बना हुआ है. लोग जैसे-तैसे जीने को विवश हैं. 


बाढ़ ने बढ़ाई लोगों की परेशानी


ऐसे में पूर्वी और पश्चिमी चंपारण जिले में बाढ़ से उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया. इस दौरान बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय झा भी उनके साथ मौजूद रहे. बता दें कि इन दोनों जिलों के अतिरिक्त सूबे का गोपालगंज, पूर्णिया, अररिया, सारण और मुजफ्फरपुर जिला भी बाढ़ प्रभावित है. इन जिलों के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी फैल गया है, जिस वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.


ध्यान देने वाली बात है कि बिहार सरकार और जल संसाधन विभाग बाढ़ राहत और बचाव कार्य को लेकर काफी गंभीर है. तटबंधों पर अभियंताओं की तैनाती कर दी गई है. ताकि हर एक गतिविधि की निगरानी की जा सके. बाढ़ प्रभावित जिलों में डीएम की मदद से पीड़ितो तक राहत पहुंचाने काम जारी है. बाढ़ संबंधित सूचना देने के लिए विभाग की ओर से टॉल-फ्री नंबर जारी किया गया है. ताकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोग किसी भी अनहोनी की सूचना विभाग को दे सकें.  


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