Lok Sabha Election: इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे से पहले ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला ले लिया है. शुक्रवार (29 दिसंबर) को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश कुमार ने लोकसभा के लिए पहले उम्मीदवार के नाम पर मुहर लगा दी. बैठक के दौरान सीतामढ़ी सीट से विधान विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर के नाम पर सीएम नीतीश ने मुहर लगा दी. जेडीयू का अध्यक्ष बनने के बाद नीतीश कुमार ने ये पहला बड़ा फैसला लिया है.


एबीपी न्यूज़ से क्या बोले देवेश चंद्र ठाकुर?


इस पर देवेश चंद्र ठाकुर ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा, "ये मेरा सौभाग्य है कि सीएम नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में इसकी घोषणा की है. ये ऐसा लगता है कि पहली सीट पर औपचारिक रूप से एलान हो गया है. मैं उनको बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं. लेकिन मैं आपको जानकारी के लिए बता दूं कि इससे पहले भी कई बार अपने आवास पर सीएम ने, ललन सिंह (जो राष्ट्रीय अध्यक्ष थे), लालू यादव और तेजस्वी यादव ने भी मुझसे ये कहा था कि आपको सीतामढ़ी से लड़वा रहे हैं. मैंने तो वहां अपना काम भी शुरू कर दिया था. आज जो एलान हुआ है कोई इसकी उम्मीद नहीं कर रहा था लेकिन अब जब सीएम ने एलान कर दिया है तो ये मेरे लिए बहुत सौभाग्य की बात है. कई लोगों ने मुझे बधाई दी है कि शुरुआत आप ही से हुई है. ये अच्छा शगुन है."


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सुनील कुमार पिंटू का टिकट कटा


देवेश चंद्र ठाकुर के नाम के एलान के साथ ही ये तय हो गया है कि मौजूदा सांसद सुनली कुमार पिंटू का टिकट कट गया है. इस बात की तस्दीक कल (28 दिसंबर) की एक घटना भी करती है. दअसल, सुनील कुमार पिंटू को जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नहीं बुलाया गया था. सुनील कुमार पिंटू पर पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल होने का आरोप लगा है. ऐसे में उनका टिकट जेडीयू से अब कट ही गया है.