पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को प्रदेश के राजगीर में स्थित नेचर सफारी का लोकार्पण करते हुए बिहार के लोगों को बड़ी सौगात दी. लोकार्पण के बाद निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने नेचर सफारी के रिसेप्शन रूम, ग्लास स्काई वाक काउंटर, डिजिटल एंट्री गेट आदि के संबंध अधिकारियों से जानकारी ली. इस दौरान ग्लास स्काई वॉक का उन्होंने उद्घाटन किया और फिर खुद ब्रिज का निरीक्षण किया.


इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से एक बार में सीमित संख्या में ही पर्यटकों को सस्पेंशन ब्रिज पर जाने की अनुमति मिले. नेचर सफारी परिसर स्थित नेचर कैम्प का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री ने वहां पौधरोपण किया. नेचर सफारी का निरीक्षण करने के दौरान मुख्यमंत्री ने साइकिलिंग, जीप लाइन, रॉक क्लाइम्बिंग, राइफल शूटिंग रेंज और आर्चरी शूटिंग रेंज का भी शुभारंभ किया.


उन्होंने नेचर सफारी स्थित कैफेटेरिया में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि नेचर सफारी का आज उद्घाटन हुआ है, इसके लिए मैं सभी को बधाई देता हूं. जू सफारी के निर्माण के समय ही मेरे मन में यह विचार आया था कि राजगीर प्राकृतिक जगह है, यहां पर नेचर सफारी का भी निर्माण होना चाहिए. हमने तय किया कि राजगीर ऐतिहासिक और प्राकृतिक जगह है, यहां पर जू सफारी के साथ ही नेचर सफारी बनाना चाहिए.


सीएम नीतीश ने कहा कि नेचर सफारी को लेकर योजना बनाई गयी और 3 सालों के अंदर इसका निर्माण पूरा कर लिया गया. उन्होंने कहा कि नेचर सफारी को देखने नई पीढ़ी की बच्चे-बच्चियां काफी तादाद में आएंगे. नेचर सफारी में दोनों तरफ से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, ताकि लोग सुरक्षित घूम सकें. नेचर सफारी दिन भर खुला रहेगा. लोग टिकट लेकर इसको देखने आयेंगे. घूमने आने वाले लोगों को लौटते समय उनके घूमने की तस्वीर भेंट की जायेगी.


मुख्यमंत्री ने कहा कि नेचर सफारी में ग्लास स्काई वॉक और सस्पेंशन ब्रिज का भी निर्माण किया गया है. नेचर सफारी आने वाले पर्यटक इन दोनों का आनंद उठा सकते हैं. ग्लास स्काई वॉक इस देश में पहला है. देश दुनिया में इसको लेकर चर्चा हुई है. लोगों को खुशी हुई है कि देश का पहला ग्लास स्काई वॉक बिहार के राजगीर में बना है. नेचर सफारी में लोगों के लिए सभी तरह की सुविधा के इंतजाम किये गये हैं.


मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हमलोग लगातार काम कर रहे हैं. पर्यटक स्थलों का भी विकास किया जा रहा है. बिहार में ईको टूरिज्म को भी बढ़ावा दिया जा रहा है. नेचर सफारी भी ईको टूरिज्म का ही हिस्सा है. ये सब वन और पर्यावरण विभाग के अधीन रहेगा. इसको लेकर वन और पर्यावरण विभाग के अंतर्गत एक विंग बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए वाल्मीकिनगर में भी कई काम किये गये हैं. पटना में भी ईको टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाएगा.