Bihar New Government: राजनीति में कुछ भी निश्चित नहीं होता. जो साथी है वो कब विरोधी हो जाए और जो विरोधी है वो कब साथ आकर सरकार बना ले, इसका ताजा उदाहरण बिहार (Bihar) में देखने को मिला, जहां साल 2020 में सरकार बनने के बाद से नीतीश कुमार (Nitish Kumar) तीन बार बतौर सीएम शपथ ले चुके हैं. कभी महागठबंधन के साथ जाकर तो कभी बीजेपी (BJP) के सहयोग से सत्ता के शीर्ष पर पहुंचे हैं.
बिहार में रविवार को सरकार की तस्वरी बदलते ही मंत्रीमंडल के चेहरे भी बदल गए. हालांकि कुछ नाम ऐसे हैं जो महागठबंधन की सरकार में भी मंत्री थे. बिहार में रविवार को दो डिप्टी सीएम समेत आठ मंत्रियों ने भी शपथ ली है. ये सभी अपनी-अपनी पार्टी के कद्दावर नेताओं में गिने जाते हैं. आइए जानते हैं सीएम नीतीश कुमार और उनके मंत्रीमंडल सहयोगियों का राजनीतिक परिचय जिनके हाथ में राज्य की कमान है.
नीतीश कुमार : 3 बार रहे केंद्रीय मंत्री
72 साल के नीतीश कुमार 1985 में पहली बार विधायक बने. 2000 में पहली बार वह सीएम बने. वह 3 बार केंद्र में मंत्री रह चुके हैं. 5 बार विधानसभा चुनाव जीत. 8 बार सीएम रह चुके हैं और नौवीं बार रविवार को शपथ ली.
सम्राट चौधरी: राजनीतिक परिवार से रखते हैं ताल्लुक
बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं. वह कुशवाहा जाति से आते थे. सम्राट बिहार विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता हैं. वह दिग्गज नेता शकुनी चौधरी के बेटे हैं, जो समता पार्टी के संस्थापकों में से एक हैं. शकुनी चौधरी का नाम कुशवाहा समाज के बड़े नेताओं में शुमार है और वो खुद भी विधायक और सांसद रहे. सम्राट चौधरी का प्रवेश सक्रिय राजनीति में 1990 में हुआ था. 1999 में राबड़ी देवी सरकार में वो कृषि मंत्री बने. 2000 और 2010 में वो परबत्ता विधानसभा सीट से विधायक चुने गए. साल 2014 में वो नगर विकास विभाग के मंत्री रहे. साल 2018 में वो आरजेडी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए. एनडीए सरकार में पंचायती राज मंत्री थे.
विजय कुमार सिन्हा: राजनीति में आने से पहले थे इंजीनियर
बिहार विधानसभा के स्पीकर रहे थे. नीतीश सरकार में श्रम संसाधन मंत्री रहे थे. लखीसराय सीट से 4 बार के विधायक हैं. फरवरी 2005 में पहली बार विधायक बनें. 2010, 2015 और 2020 में फिर से विधायक बनें. विजय सिन्हा भूमिहार जाति से आते हैं.राजनीति में आने से पहले पेशे से इंजीनियर थे.
बिजेंद्र यादव : 1990 से लगातार विधायक
बिजेंद्र यादव सुपौल विधानसभा सीट से 8वीं बार विधायक हैं. RJD के साथ गठबंधन वाली सरकार में मंत्री रहे. नीतीश कुमार के साथ 3 दशक से राजनीति में हैं. सुपौल विधानसभा सीट से 1990 से लगातार जीत रहे हैं. नीतीश कैबिनेट में वह हर बार मंत्री रहे हैं. यादव समाज से आते हैं.
विजय कुमार चौधरी : भूमिहार समाज से आते हैं
विजय कुमार चौधरी जदयू के वरिष्ठ नेता हैं. RLD गठबंधन वाली सरकार में मंत्री रहे. बिहार विधानसभा के अध्यक्ष रह चुके हैं. जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. समस्तीपुर जिले की सरायरंजन सीट से विधायक हैं. 1982 के उपचुनाव में दलसिंहराय से राजनीतिक करियर शुरू किया था. भूमिहार समाज से आते हैं.
श्रवण कुमार : नीतीश कुमार के करीब
RJD के साथ गठबंधन वाली सरकार में मंत्री रहे. नालंदा से विधायक हैं, 1995 से लगातार जीत रहे हैं. कुर्मी जाति से आते हैं. संसदीय कार्य मंत्री रह चुके हैं. नीतीश कुमार के करीबी हैं.
सुमित कुमार सिंह
जेडीयू और RJD के साथ गठबंधन वाली सरकार में मंत्री रहे. निर्दलीय चुनाव जीतकर चकाई से विधायक बने. पहले भी विधायक रह चुके हैं. बिहार के बड़े राजपूत नेता नरेंद्र सिंह के बेटे हैं. इनके पिता भी बिहार सरकार में मंत्री रहे थे.
संतोष सुमन : जीतन राम मांझी के बेटे
बिहार सरकार में एससी-एसटी कल्याण मंत्री रहे. बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे हैं. बीजेपी के साथ गठबंधन वाली सरकार में मंत्री रहे. बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं. हम पार्टी के नेता है, एससी समाज से हैं.
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