पटना: जेडीयू कोटे से मंत्री अशोक चौधरी (Ashok Choudhary) ने आरजेडी विधायक और प्रदेश के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (Chandrashekhar) को नसीहत देते हुए कहा कि आप किस चीज को कहां बता रहे हैं यह भी बहुत जरूरी है. रामचरितमानस में चौपाई है, लेकिन किस संदर्भ में कही गई है यह भी लोगों को बताइए. इस तरीके से अगर आप रामचरितमानस की चौपाई को लोगों के बीच में रखिएगा और आप प्रदेश के शिक्षा मंत्री हैं तो नौजवानों में भ्रम पैदा होगा. शुक्रवार को मंत्री अशोक चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह बातें कहीं.


अशोक चौधरी ने आगे कहा कि लोगों को हजारों साल से रामचरितमानस पर विश्वास है. महर्षि वाल्मीकि ने जब लिखा था तब रामचरितमानस इतना पॉपुलर नहीं हुआ था क्योंकि उनकी भाषा कठिन थी. इसके बाद जब तुलसीदास ने उसे जन-जन तक पहुंचाया. सबसे बड़ी बात है कि रामचरितमानस में सबरी कौन था? रामचरितमानस में वो नाविक और मल्लाह कौन था जिन्होंने भगवान राम को नदी पार कराया था.


इस तरह का बयान देना कहीं से उचित नहीं


शिक्षा मंत्री द्वारा रामचरितमानस को लेकर दिए गए बयान पर अशोक चौधरी ने कहा कि मुझे लगता है कि यह जल्दबाजी में दिया गया है. अशोक चौधरी ने कहा कि रामचरितमानस सनातन हिंदुओं का धर्मग्रंथ है. इस पर बहुत से लोगों का विश्वास है. आज भी जो हिंदू परिवार है उसके यहां सुंदरकांड, रामचरितमानस का हर दिन पाठ होता है. रामचरितमानस की चौपाई को पढ़ते हैं. इस तरह का बयान देना कहीं से उचित नहीं है.


'एक चौपाई से देश में पैदा हुई सनसनी' 


शिक्षा मंत्री पर हमला करते हुए अशोक चौधरी ने कहा कि आपने एक चौपाई कह दी और पूरे देश में सनसनी पैदा कर दी. दस लोग आपके खिलाफ में बोल रहे हैं. इससे महागठबंधन के बारे में लोगों के बीच भ्रम पैदा हो रही है कि हमलोग हिंदू और रामचरितमानस विरोधी हैं. नीतीश कुमार दुर्गा पूजा के समय पंडाल में जाकर घूमते हैं. मितन घाट और फुलवारी शरीफ दरगाह भी जाते हैं. 250वां प्रकाशोत्सव पर भी सबने देखा है कि किस तरह से व्यवस्था की गई थी. 


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