पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की पार्टी को लगातार झटका पर झटका लग रहा है. अभी कुछ दिनों पहले ही पार्टी से रणवीर नंदन (Ranveer Nandan) ने इस्तीफा दिया था तो अब जेडीयू के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक ललन पासवान (Lalan Paswan) ने सीएम का साथ छोड़ दिया है. गुरुवार (12 अक्टूबर) को उन्होंने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) को अपना इस्तीफा भेजा है.


आरजेडी के साथ गठबंधन के फैसले से थे नाराज


ललन पासवान ने इस्तीफा देने की वजह भी बता दी है. उन्होंने पत्र जारी कर कहा, "बिहार में आतंक और गुंडाराज स्थापित करने वाले लालू प्रसाद यादव के राष्ट्रीय जनता दल से समझौता करने के बाद दलितों की हत्या, बलात्कार और उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं और इसकी रोकथाम की दिशा में राज्य सरकार की ओर से कोई कठोर कदम नहीं उठाए जाने के विरोध में मैं जनता दल यू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं."


ललन पासवान के बारे में जानिए


ललन पासवान 2005 में पहली बार जेडीयू के टिकट पर चेनारी विधानसभा से जीतकर आए थे. साल 2009 के लोकसभा चुनाव में ललन पासवान ने जेडीयू से इस्तीफा दिया था और सासाराम से आरजेडी से चुनाव लड़े थे, लेकिन मीरा कुमार से हार गए थे. 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में वे उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी से चेनारी विधानसभा से चुनाव लड़े और जीत भी गए. बाद में फिर जेडीयू में शामिल हो गए थे.


एनडीए में शामिल हो सकते हैं ललन पासवान


बता दें कि ललन पासवान से कुछ दिन पहले जेडीयू के पूर्व एमएलसी रणवीर नंदन ने पार्टी से इस्तीफा दिया था. बीते बुधवार (11 अक्टूबर) को उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया. कहा जा रहा है कि ललन पासवान भी जल्द एनडीए में शामिल हो सकते हैं. ललन पासवान लगातार दल बदलते रहे हैं. दलित समाज से आने वाले ललन पासवान अपने क्षेत्र में दलित समाज के बड़े नेता माने जाते हैं.


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