पटना: जेडीयू के अंदर अब कुछ बचा ही नहीं है. जितने लोग आप देख रहे हैं वो सब नेता के रूप में हैं कोई कार्यकर्ता नहीं है. सारे लोग कहीं न कहीं अपना कनेक्शन लगा के रखे हैं. जिस दिन नाव डूबेगी कौन उछल कर कहां जाएंगे, सबने इसके लिए अपना ठिकाना पहले से ही तलाश के रखा हुआ है. यह बातें आरएलजेडी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में कहीं.


नीतीश कुमार ने हाल ही में दिल्ली में कई बड़े नेताओं से विपक्षी एकता को लेकर मुलाकात की थी. इस सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ममता बनर्जी हों या केसीआर हों या कोई भी हो, आप भी (मीडिया) मिल सकते हैं. मुलाकात से क्या होता है. बिहार में जो महागठबंधन की सरकार है इसमें तीन पार्टियां कांग्रेस, आरजेडी और जेडीयू मुख्य रूप से हैं. नीतीश कुमार जब दिल्ली में गए तो तीनों पार्टी के लोगों ने मिलकर कुछ कहा. बाकी पार्टी की ओर से कोई बयान नहीं आया.


'बैठक पटना में न होकर दिल्ली में हुई'


उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार के दिल्ली दौरे को लेकर कहा कि फर्क इतना ही है कि यह बैठक पटना में न होकर दिल्ली में हुई है. बस इतना ही अंतर है. सवाल पर कि जैसा आप कह रहे हैं कि जेडीयू में भगदड़ हो रही है तो इस पार्टी के बड़े नेता हैं वो लोग क्या करेंगे? इस पर कुशवाहा ने कहा कि सबने कहीं न कहीं अपना ठिकाना खोज कर रखा है. कोई बीजेपी में जाएंगे तो कई लोग हमसे भी संपर्क में हैं. उपेंद्र कुशवाहा ने जेडीयू में टूट का वक्त भी बताया. कहा कि लोगों को मालूम है, टूट 15 दिन में हो, महीना भर में हो या दो महीने में हो लेकिन होगी. इसे डूबने से दुनिया की कोई ताकत नहीं बचा सकती है.


नरेंद्र मोदी के लिए चुनौती नहीं: कुशवाहा


उपेंद्र कुशवाहा ने 2024 में विपक्षी एकता के सवाल पर कहा कि आज की तारीख में और जो 2024 की संभावना दिख रही है उसमें कहीं से नरेंद्र मोदी के लिए कोई चुनौती नहीं है. विपक्ष कोई चुनौती देने कि स्थिति में फिलहाल नहीं है. इसलिए 2024 में उनके सामने तो कोई चैलेंज नहीं है. 


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