पटनाबिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (Bihar Education Minister Chandrashekhar) की मंगलवार को विधान परिषद में फजीहत हो गई. कुछ महीने पहले रामचरितमानस (Ramcharitmanas) में कुछ पंक्तियों को लेकर उन्होंने आपत्ति जताई थी. इसको लेकर खूब राजनीति हुई. बिहार के बाहर कई राज्यों में सियासत शुरू हो गई थी. शिक्षा मंत्री आज भी विधान परिषद में इसको लेकर बोलना चाह रहे थे लेकिन जेडीयू ने ऐसा नहीं होने दिया. जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार (JDU MLC Neeraj Kumar) ने खूब विरोध किया. इस दौरान आरजेडी ने भी चंद्रशेखर का साथ नहीं दिया.


शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर रामचरितमानस को लेकर कुछ बोलना चाह रहे थे. इस पर जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि प्रोसीडिंग का पार्ट मत बनाइए. अगर यह बनेगा तो फिर हम भी पूछेंगे कि राजा टोडरमल ने कब रामायण लाया था. नीरज कुमार ने कहा कि हमलोग संविधान की चर्चा करें कि रामायण, महाभारत और कुरान में फंसे रहें. चंद्रशेखर सब कुछ सुनते रहे. 



'बिहार को कैसे आगे ले जाना चाहते हैं यह बताएं'


वहीं दूसरी ओर जैसे ही नीरज कुमार ने अपनी बात खत्म की तो आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह खड़े हो गए. उन्होंने भी चंद्रशेखर को खूब सुनाया. सुनील सिंह ने चंद्रशेखर से कहा कि आपका जो ज्ञान है और व्यापक सोच है उससे कैसे बिहार को आगे ले जाना चाहते हैं हमलोग यह सुनने के लिए बैठे हैं.


शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर कुछ जवाब देते और कहते इससे पहले ही उनसे विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि आपकी भावनाओं का सम्मान है लेकिन जिस विषय पर आप सदन में उपस्थित हैं बात उसी पर करिए. देवेश चंद्र ठाकुर ने रामचरितमानस को लेकर कहा कि इस पर विपक्ष ने तो चर्चा नहीं की. शिक्षा पर बात हो रही है. आप अच्छा काम कर रहे हैं तो उस पर जरूर जवाब दें. बाद में सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई.


यह भी पढ़ें- Bihar Budget Session 2023: दो दिन के लिए लखेंद्र पासवान को स्पीकर ने किया निलंबित, बीजेपी ने सदन से किया वॉकआउट