पटना: बिहार में जेडीयू और आरजेडी के साथ कुल सात दलों ने मिलकर महागठबंधन वाली सरकार बनाई है. महागठबंधन में इन दिनों मुख्य रूप से दो पार्टियां आमने-सामने हैं. जेडीयू और आरजेडी के नेता रामचरितमानस (Ramcharitmanas) को लेकर एक दूसरे पर पलटवार कर रहे हैं. तकरार की स्थिति है. शिक्षा मंत्री के रामचरितमानस को लेकर दिए गए बयान को जेडीयू वापस लेने और आरजेडी से कार्रवाई की मांग कर रही है तो वहीं चंद्रशेखर अपने बयान पर अड़े हैं. सबसे बड़ी बात है कि आरजेडी भी उनके बयान के साथ है.


मंगलवार को जेडीयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने तंज कसते हुए तेजस्वी यादव से शिक्षा मंत्री पर कार्रवाई की मांग कर दी है. अभिषेक झा ने तेजस्वी के स्टाइल के तर्ज पर ही निशाना साधा और लिखा- "पढ़ाई, कमाई, दवाई, सिंचाई, सुनवाई और कार्रवाई की बातें करना तो अच्छा है लेकिन वक्त आने पर सुनवाई और कार्रवाई में इतना पीछे हट जाना पता नहीं किस बात की दुहाई है?"


सबको अपनी बात कहने का हक: तेजस्वी यादव


बता दें कि जेडीयू ही नहीं बल्कि बीजेपी भी कार्रवाई की मांग रही है. इस बीच आरजेडी ने साफ कर दिया है कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कोई गलत बात नहीं कही है. कुछ दिन पहले आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने भी पीसी कर इस पर रुख साफ किया था. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी यह कह दिया है कि बीजेपी साजिश रच रही है. संविधान में सबको अपनी बात कहने का हक है.


इधर, मंगलवार को ही सीएम नीतीश कुमार का भी इस पर बयान आया है. नीतीश कुमार ने अरवल में समाधान यात्रा के दौरान कहा कि सब लोग जिस ढंग से धर्म का पालन करते हैं, वह पालन करें. उनको इज्जत मिलनी चाहिए. इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं होनी चाहिए. जिसको जो मन करे, वही पूजा करें, लेकिन इन सब चीजों पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए.


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