Bihar Political Crisis: बिहार के राज्यपाल फागू चौहान को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद नीतीश कुमार की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. नीतीश ने कहा कि सभी सांसद और विधायक आम सहमति पर हैं कि हमें एनडीए छोड़ देना चाहिए. बीजेपी के साथ काम करना मुश्किल हो रहा था. उन्होंने कहा कि आज हमारे पार्टी के सभी सांसदों, विधायकों और पार्षदों के साथ बात हुई. उनका निर्णय ये था कि हमें एनडीए छोड़ देना चाहिए. इसलिए हमने आज इस्तीफा दे दिया.


बीजेपी से क्या परेशानी थी? नीतीश कुमार ने दिया ये जवाब


बीजेपी से क्या परेशानी थी, इस सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि 'आगे बताएंगे'. राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद नीतीश कुमार राबड़ी देवी के आवास की ओर चले गए. 






अब आगे क्या?


अब नीतीश कुमार बिहार में आरजेडी के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे. सूत्रों के मुताबिक, डिप्टी सीएम और स्पीकर का पद आरजेडी के कोटे से होगा. तेजस्वी यादव राज्य के डिप्टी सीएम बनेंगे. बता दें कि जब साल 2015 में महागठबंधन की सरकार बनी थी तब भी तेजस्वी यादव राज्य के डिप्टी सीएम बने थे. अब वे दोबारा डिप्टी सीएम बनेंगे. आरजेडी सूत्रों ने बताया कि विभागों के आवंटन पर कोई मतभेद नहीं होगा. तेजस्वी यादव ने कहा कि उनके पास 160 की ताकत है. अगर बीजेपी अस्थिरता पैदा करने की कोशिश करती है या राष्ट्रपति शासन लागू करने की कोशिश करती है, तो हम उन्हें "करारा जवाब देंगे".


बिहार में लागू हो राष्ट्रपति शासन- चिराग पासवान


इस बीच चिराग पासवान ने मांग की कि बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए. उन्होंने कहा, "कैसे कोई ऐसे मुख्यमंत्री पर विश्वास रखेगा जो खुद अपने शब्दों पर नहीं टिकते. इसलिए मैं चाहता हूं कि बिहार को चुनाव में जाना चाहिए. बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए. ये जोड़ तोड़ की सरकार बनाना सही नहीं है, आपकी कोई नीति, विचारधारा, सिद्धांत है कि नहीं?