पटना: जातीय गणना पर पटना हाई कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई है. आज इस पर फैसला भी आना है. इससे पहले सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) का भी बयान सामने आया है. गुरुवार (4 मई) को मीडिया के सवालों के जवाब में नीतीश कुमार ने कहा कि जातीय गणना एक बार हो जाएगा तब देखिएगा. तब उन्हें जो बोलना होगा एक साथ वह इसके बारे में बोलेंगे. नीतीश कुमार ने कहा कि यह उन्होंने अपने लिए नहीं बल्कि सभी के हित के लिए किया है. सीएम ने यह भी कहा कि वो जो भी करेंगे सबके हित के लिए करेंगे.


नीतीश कुमार ने बीजेपी की ओर इशारा करते हुए कहा कि जो लोग बोल रहे हैं उनका कोई मतलब है. सीएम ने कहा कि वह बराबर कहते हैं कि हमने अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में हम काम किया है. ये लोग (बीजेपी) आज उन्हें याद भी कर रहा है? अटल बिहारी वाजपेयी के समय कभी हिंदू-मुस्लिम का झंझट नहीं हुआ. सब मिलकर काम कर रहे थे. विपक्ष के लोग भी रहते थे तो खुशी प्रकट करते थे.


नीतीश कुमार ने याद दिलाई इस्तीफे वाली कहानी


एक घटना का जिक्र करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि जब वह रेल मंत्री थे तो उन्होंने रिजाइन कर दिया था. उनके इस्तीफे को अटल बिहारी वाजपेयी ने स्वीकार नहीं किया था. दूसरी बार उन्होंने जाकर हाथ जोड़कर रिजाइन दिया था तब वो एक्सेप्ट किए. नीतीश ने मीडिया से कहा कि कोई रिजाइन करता है क्या? बंगाल में बड़ा हादसा हुआ था. हम रेल मंत्री थे. 100 आदमी मर गया था. हमको देखकर बुरा लगा था. हम लोग के किए हुए काम को ये लोग (बीजेपी) भूल जाते हैं. इन्हें कुछ नहीं करना है.


मीडिया के एक सवाल पर कि बीजेपी नेता सासाराम और बिहार शरीफ जा रहे हैं, चेतावनी दे रहे हैं कि रोक सकते हैं नीतीश कुमार तो रोक लें. इस पर नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ होने वाला है क्या? उन्होंने मीडिया से आग्रह करते हुए कहा कि आप व्यक्तिगत रूप से सासाराम और बिहार शरीफ जाकर देख लें. वहां के लोग ठीक हैं. कुछ लोग होते ही हैं गड़बड़ करने वाले. गड़बड़ करता है तो पुलिस और प्रशासन है. पुलिस एक्शन लेती है. हम तो पहले दिन से कहते रहे हैं कि न हम किसी को फंसाएंगे न बचाएंगे.


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