पटना: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक (KK Pathak) और बीजेपी विधायक शैलेंद्र की ओर से दिए गए बयान पर महागठबंधन के नेता एनडीए नीतीश सरकार (Nitish Government) की घेराबंदी कर रहे हैं. बुधवार (21 फरवरी) को विधानसभा परिसर में महागठबंधन की तरफ से प्रेस वार्ता की गई है. सवाल उठाया गया कि सरकार को सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) चला रहे हैं या ब्यूरोक्रेट?


कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान (Shakeel Ahmad Khan) ने कहा कि बीजेपी विधायक शैलेंद्र ने आरजेडी के एमएलए रामवृक्ष सदा को गाली दी है. असंसदीय भाषा का प्रयोग किया है. हम लोग माफी मांगने की मांग कर रहे हैं. वह माफी नहीं मांग रहे हैं.


शकील अहमद खान ने कहा कि कार्यस्थगन प्रस्ताव भी हम लोगों ने दिया था उसको भी अस्वीकार कर दिया गया. दलित को अपमानित किया गया. कल (मंगलवार) सदन में सीएम नीतीश ने कहा था कि सरकारी स्कूलों का संचालन सुबह 10 से शाम 4 बजे तक होगा, लेकिन शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक मुख्यमंत्री के आदेश को ही नहीं मान रहे हैं. बिहार में सब कुछ अलोकतांत्रिक तरीके से हो रहा है.


सीपीएम के विधायक अजय कुमार ने कहा कि बिहार सरकार को नीतीश चला रहे हैं या ब्यूरोक्रेट यह पता नहीं चल रहा है. हास्यास्पद स्थिति है. नीतीश कुमार का आदेश शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक नहीं मान रहे हैं. बीजेपी विधायक आरजेडी के एमएलए को गाली दे रहे हैं. जातिसूचक शब्द का प्रयोग किया, लेकिन माफी नहीं मांग रहे हैं. हम लोग दोनों मुद्दों को उठाते रहेंगे.


नीतीश ने कहा- 'केके पाठक को नहीं हटाएंगे'


बता दें कि महागठबंधन के विधायकों ने बुधवार को सदन में हंगामा किया. केके पाठक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. हालांकि सदन में नीतीश कुमार ने केके पाठक का बचाव किया. कहा कि वह ईमानदार अधिकारी हैं, लेकिन आप लोग उनको हटाने की मांग कर रहे हैं. नहीं हटाएंगे.


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