पटना: बिहार में बीते दिनों हुए मूसलाधार बारिश की वजह से एक तरफ जहां नदियों में फिर से उफान आ गया है. वहीं, धान की फसल लगाने वाले किसानों को काफी नुकसान हुआ है. फसल काटने की तैयारी में जुटे किसानों के खेत में बारिश का पानी भर जाने की वजह से फसल चौपट हो गई है. ऐसे में वे मदद के लिए सरकार की ओर टकटकी निगाह से देख रहे हैं. उनकी मांग है कि सरकार फसल क्षति का उन्हें मुआवजा दे. इधर, किसानों की परेशानी को देखते हुए बिहार सरकार में मंत्री जीवेश मिश्रा (Jibesh Mishra) ने कृषि मंत्री को पत्र लिखा है. 


जीवेश मिश्रा विवादों में घिरे


हालांकि, कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह (Amrendra Pratap Singh) को पत्र लिखने के बाद जीवेश मिश्रा विवादों में घिर गए हैं. दरअसल, श्रम संसाधन मंत्री ने जो पत्र कृषि मंत्री को भेजा है, उसमें उन्होंने लिखा है, " बीते 17 और 18 अक्टूबर को उत्तर बिहार में लगातार आंधी और बारिश ने धान की फसल को पूरी तरह बर्बाद कर दिया. मालूम हो कि दरभंगा जिला अंतर्गत हमारे विधानसभा (जाले) में भी हुए धान की फसल पानी भरे हुए खेत में घिर गए हैं. किसानों को अब एक छटाक धान मिलने की आशा नहीं है. अनुरोध होगा कि फसल क्षति नुकसान की जांच कराकर अविलंब किसानों को मुआवजा देने संबंधी आगे कार्रवाई करना चाहेंगे."


अब उनके द्वारा इस पत्र के लिखे जाने के बाद लोगों ने ये सवाल उठाना शुरू कर दिया है कि जब जीवेश मिश्रा बिहार सरकार में मंत्री हैं, तो उन्होंने केवल अपने विधानसभा क्षेत्र के किसानों के लिए ही पत्र क्यों लिखा? क्या उन्हें राज्य के अन्य विधानसभा क्षेत्र के किसानों की परवाह नहीं है? क्या बतौर मंत्री उनकी जिम्मेदारी केवल उनके विधानसभा के जनता तक ही सीमित है?



यह भी पढ़ें -


Bihar News: पूर्णिया में दिखने लगा नदियों का रौद्र रूप, चंद सेकेंड में पानी में समा गया आंगनबाड़ी केंद्र


Ram Nath Kovind in Patna: नीतीश कुमार की ओर से बिहारी बोलने पर गदगद हुए रामनाथ कोविंद, कहा- बिहार से पुराना रिश्ता