पटना: जहरीली शराब कांड मामले पर गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा समेत तमाम बीजेपी के नेता छपरा पहुंचे. यहां पीड़ित परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि नीतीश कुमार को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए. वह कह रहे हैं कि जो पिएंगे वो मरेंगे. अगर मुआवजा और न्यायिक जांच की व्यवस्था नहीं बनाई जाती है तो हम लोग राज्यपाल से शुक्रवार को मिलेंगे और राष्ट्रपति शासन की मांग करेंगे. क्योंकि ये सदन के अंदर भी दबा रहे हैं. लाशों को दबा रहे हैं और भय का माहौल बना रहे हैं. 


विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि सत्ता पक्ष में बैठे लोगों को आकर संवेदना प्रकट करनी चाहिए थी लेकिन सदन में ताली बजा रहे हैं. ये लोग जिम्मेदारी से भाग रहे हैं. आज हम जिस परिवार से मिले हैं उनके छोटे छोटो बच्चे हैं. कई महिलाएं विधवा हो गईं. इन सारे परिवार को मुआवजा मिले. इनको रोजगार के अवसर में प्राथमिकता मिले. प्रशासन में बैठे लोग जिनके थाना क्षेत्र में यह घटना हुई है, थाना प्रभारी, एसपी, डीएसपी को सस्पेंड किया जाए. इनकी संपत्ति जब्त की जाए. हाई कोर्ट के जज से जांच कराई जाए. शराबबंदी की नीति फेल है.


गरीब लोगों को जेल भेजा जा रहा


विजय सिन्हा ने कहा कि आप ही के लोग शराबबंदी को फेल करने में लगे हैं. अगर ऐसा नहीं है तो गोपालगंज में शराब बनाने वाले को आपने उम्मीदवार क्यों बनाया था? कुढ़नी में शराब पीने वाले को आपने उम्मीदवार क्यों बनाया? विजय सिन्हा ने कहा कि जेडीयू और आरजेडी के कई लोग शराब माफिया के रूप में चिह्नित हुए हैं. पकड़े गए हैं. मुख्यमंत्री बचा रहे हैं. पैसे की उगाही करा रहे हैं. गरीब लोगों को आप जेल भेज रहे हैं.


नीतीश कुमार को जेल भेज देना चाहिए: सम्राट चौधरी


विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने कहा मैं तो यहां तक कहता हूं कि छह वर्ष पहले यह कानून बना था. आज अगर कानून का राज स्थापित नहीं है तो इसके जिम्मेदार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं. मुख्यमंत्री पर प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें जेल भेज देना चाहिए. उन्होंने कहा कि लोग आदर्श मानते हैं लेकिन नीतीश कुमार की बोली भी गुंडे वाली हो गई है.


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