पटना: जनसंख्या नियंत्रण पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के बयान पर बवाल शुरू हो गया है. केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे (Ashwini Kumar Choubey) ने इस्तीफा देने या बर्खास्त करने की मांग कर दी है. अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि एक दोहा है, "जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है." इस तरह के बयान से यह साफ हो चुका है कि नीतीश कुमार का विवेक शून्य हो गया है.
मंगलवार की शाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपना बयान पोस्ट करते हुए अश्विनी कुमार चौबे ने लिखा- "नीतीश कुमार ने लोकतंत्र की गरिमा और मर्यादा को तार-तार किया है. इनका बयान किसी गली के लफंगों जैसा है एवं महिला विरोधी है, विधानसभा में ऐसा वक्तव्य देना बहुत शर्मनाक है. ऐसा लगता है वह मानसिक रूप से बीमार हैं. उन्हें इस्तीफा देकर तत्काल चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए."
'अश्लील भाषा बोलकर महिलाओं का अपमान किया'
अश्विनी चौबे ने कहा कि नीतीश कुमार का बहुत ही शर्मनाक और दर्दनाक बयान है. देश के किसी भी सदन में किसी सदस्य ने इस तरह की भद्दी और गंदी टिप्पणी नहीं की होगी जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के वीडियो को हमने भी देखा है. उन्होंने अश्लील भाषा बोलकर देश की महिलाओं और पूरी मातृशक्ति को अपमान किया है. जो बात उन्होंने कही है वह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण ही नहीं पूरी तरह निंदनीय है. इनको अविलंब इस्तीफा देना चाहिए और देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए. अगर वो इस्तीफा नहीं देते हैं तो उनको बर्खास्त करने की बात होनी चाहिए.
'मुख्यमंत्री की कुर्सी की भी मर्यादा नहीं रखी'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के लायक नहीं रह गए हैं. उनकी नीति पूरी तरह खत्म हो चुकी है. वह अनैतिक बात करने लगे हैं. ऐसे मुख्यमंत्री जो असंवैधानिक और अश्लील हरकत करते हैं उन्हें किसी भी हालत में राजनीति में रहने का अधिकार नहीं है. उन्होंने मुख्यमंत्री की कुर्सी की भी मर्यादा नहीं रखी जो पूरी तरह अशोभनीय है.
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