पटना: बेंगलुरु में एक तरफ विपक्ष के नेताओं ने बैठक की तो दूसरी तरफ दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व में एनडीए की बैठक हुई. वहीं, विपक्षी बैठक को लेकर मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar)ने बयान दिया. वहीं, एनडीए (NDA) की बैठक को लेकर बीजेपी पर हमला बोलते हुए इशारों-इशारों में उन्होंने 'हम' संरक्षक जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यह लोग कह रहे हैं कि एनडीए में 38 दलों की बैठक हुई है तो उन्हें पार्टी का नाम भी तो बताना चाहिए कि कौन-कौन पार्टी है. हंसते हुए कहा उन्होंने कि उनमें सभी फालतू लोग, जिसको वे गिनती कर रहे हैं. जीतन राम मांझी का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि जिसे हमने निकाल दिया वे लोग एनडीए की बैठक में शामिल हुए हैं.
'दो दिन का टाइम दिए थे'
नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी की ओर इशारा करते हुए कहा हम तो उसे लाना ही नहीं चाह रहे थे, लेकिन आ गया तो हमने कहा कि ज्वाइन करो नहीं तो बाहर जाओ. वह अगर रहता तो फिर कहता की 23 तारीख की बैठक में हम भी जाएंगे और फिर हम लोग जो बात करते हैं. उस बात को वह बीजेपी बताता. हमने इसलिए कहा कि मर्जर करो या बाहर जाओ और हम दो दिन का टाइम दिए.
एनडीए की बैठक पर साधा निशाना
नीतीश कुमार ने पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी बाजपेयी को याद करते हुए कहा कि इन लोग को एनडीए की याद कैसे आ गई. एनडीए 1999 में बना था, जब अटल बिहारी बाजपेयी थे. उस समय हमेशा एनडीए की बैठक होती थी, लेकिन यह लोग जब से आए हैं, एनडीए का नाम तक भूल गए है. कभी बैठक ये लोग करते थे क्या? अब हम लोग बैठक कर रहे हैं तो यह लोग भी दिखावे के रूप में बैठक कर रहे हैं. इससे कुछ होने वाला नहीं है. वहीं, सुशील मोदी के बयान पर नीतीश कुमार का ने कहा कि हम तो चाहते थे कि सुशील मोदी डिप्टी सीएम बने, लेकिन काहे नहीं बीजेपी बनाया, ये पूछिए. सुशील मोदी अगर बन जाते तो शायद ये सब नहीं होता, लेकिन नहीं बनाया. अब वो कुछ कुछ बोलते रहते हैं, जिससे शायद कुछ मिल जाएगा.
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