पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) सोमवार की शाम फुलवारीशरीफ स्थित इस्लामिया बीएड कॉलेज में दावत-ए-इफ्तार (Dawat e Iftar) में शामिल हुए. जेडीयू (JDU) के एमएलसी खालिद अनवर ने अपने इफ्तार में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मुख्य अतिथि बनाकर बुलाया था. इस इफ्तार में आकर्षण का केंद्र नीतीश कुमार के पीछे बने लाल किले का बोर्ड था. नीतीश कुमार लाल किला (Red Fort) के बने प्राचीर के नीचे बैठकर इफ्तार करते नजर आए. आयोजक और नेताओं का कहना था कि हम लोगों की मन्नत है कि अगला प्रधानमंत्री नीतीश कुमार बने और यह बिहार वासियों का सपना पूरा हो, इसलिए इसे लगाया गया है.
मंत्री विजय कुमार चौधरी भी पहुंते थे
इफ्तार के बाद रोजे की नमाज अदा की गई. दावत-ए-इफ्तार में शरीक मुख्यमंत्री सहित सभी रोजेदारों ने प्रदेश, समाज और देश में अमन-चैन, शांति एवं भाईचारे का माहौल कायम रहने की दुआ मांगी. इस अवसर पर वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, विधायक अख्तरूल इस्लाम शाहीन, विधान पार्षद खालिद अनवर सहित कई राजनीतिक दिग्गज पहुंचे हुए थे.
पीएम कैंडिडेट पर शुरू हुई चर्चा
बता दें कि जेडीयू के एमएलसी ने अपने इफ्तार में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मुख्य अतिथि बनाकर बुलाया था. उनके लिए ही लाल किले जैसा मंच बनवाया था. मैसेज ये दिया जा रहा था कि लाल किले पर झंडा फहराने की बारी नीतीश कुमार की है. इसमें नीतीश कुमार वित्त मंत्री विजय चौधरी के साथ पहुंचे हुए थे. इफ्तार के मंच और पोस्टर के जरिये ये संदेश दिया गया है कि जेडीयू के पीएम कैंडिडेट नीतीश कुमार ही हैं. भले ही नीतीश कुमार खुद को पीएम कैंडिडेट मानने से इनकार कर रहे हैं और उनके सहयोगी तेजस्वी यादव भी कह चुके हैं कि नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री नहीं बनना है.
ये भी पढ़ें: Nalanda Violence: मुसलमान सारथी के रथ पर सवार थे भगवान राम, हिंसा और नफरत के बीच ये खबर सोचने पर कर देगी मजबूर