पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निर्वाचन आयोग द्वारा बिहार विधानसभा के चुनाव के लिए तारीखों के ऐलान का स्वागत किया और कहा कि अगर राज्य के लोग उन्हें एक बार फिर सेवा का मौका देंगे तो वह और विकास कार्यक्रमों की शुरुआत करेंगे. कुमार ने जदयू दफ्तर में कहा कि मौजूदा कार्यकाल के 'सात निश्चय' की तरह ही उनकी सरकार विकास की पहल के दूसरे चरण की शुरुआत करेगी.
नीतीश कुमार ने 2015-20 के कार्यकाल के लिए 'सात निश्चय' की घोषणा की थी
नीतीश कुमार प्रशासन ने 2015-20 के कार्यकाल के लिए 'सात निश्चय' की घोषणा की थी, जिनमें बुनियादी जरूरतों को सुनिश्चित करने वाली सात योजनाएं शामिल हैं, जैसै पाइप से पीने का पानी पहुंचाना, शौचालयों का निर्माण, पक्की नालियां और हर घर में बिजली का कनेक्शन।
'सात निश्चय-2' में शामिल होंगी ये चीजें
जदयू के प्रमुख कुमार ने कहा कि 'सात निश्चय-2' में नौकरी की संभावना को उज्ज्वल करने के लिए युवाओं के कौशल को बढ़ाना, महिलाओं को आर्थिक सहायता देकर उनकी उद्यमशीलता को बढ़ावा देना, हरेक खेत को सिंचाई की सुविधा और लोगों तथा पशुओं को अतिरिक्त स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना शामिल होगा.
राजग के घटकों में सीटों के बंटवारे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अब चुनाव की तारीखों की घोषणा हो गई है तो इस प्रक्रिया में भी तेजी आएगी.
कुमार से पूछा गया कि लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) प्रमुख चिराग पासवान अक्सर उनपर निशाना साधते हैं जिससे राजग में दरार पड़ने का संकेत मिलता है, इसपर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस बात पर ध्यान नहीं देते हैं कि कौन क्या बोल रहा है. हम चाहते हैं कि राजग के सभी घटक मिलकर चुनाव लड़ें और जीतें.
उन्होंने कहा कि भाजपा भी इसके लिए काम कर रही है.कुमार ने कहा कि 15 साल बनाम 15 साल निश्चित रूप से चुनाव अभियान का विमर्श रहेगा.
बिहार में तीन चरणों में होने हैं चुनाव
बता दें बिहार विधानसभा चुनाव कुल तीन चरणों में होंगे. पहले चरण में 16 जिलों के 71 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होंगे. दूसरे चरण में कुल 17 जिलों के 94 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होंगे. तीसरे चरण में 15 जिलों के 78 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होंगे. पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को होगा, दूसरे चरण का मतदान तीन नवंबर को और तीसरे चरण का सात नवंबर को होगा.
चुनाव आयोग का कहना है कि बिहार विधानसभा चुनाव कोरोना महामारी के मौजूदा हालात में दुनियाभर में होने वाले सबसे बड़े चुनावों में से एक होंगे. चुनाव में मतदान के लिए एक घंटे का समय बढ़ाया है. सुबह 7 से शाम छह बजे तक मतदान होगा. पहले शाम 5 बजे तक मतदान होता था. हालांकि, यह सुविधा नक्सल प्रभावित इलाकों में नहीं होगी.