पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार(Nitish Kumar) नए साल के शुरू होते ही मिशन 2024 के लिए तैयारी कर रहे हैं. अल्पसंख्यक वोट बैंक को कैसे मजबूत रखा जाए. इसके लिए सीएम ने सोमवार को पटना स्थित कार्यालय पर अल्पसंख्यक समाज की बड़ी बैठक बुलाई. बैठक के दौरान कई बड़े मुस्लिम नेता पहुंचे. हालांकि इस बैठक के दौरान उन्होंने अपनी पार्टी के मुस्लिम नेता से दूरी बनाई. उन्होंने मुस्लिम समाज और अपनी पार्टी के नेताओं के साथ अलग अलग दो बैठक की. इस दौरान सभी नेताओं को सतर्कता बरतने की बात कही गई. समाज को जो भी सांप्रदायिकता, सौहार्द बिगाड़ने वाले और समाज में अशांति फैलाने वाले से सतर्कता की बात कही. साथ ही मिशन 2024 और 2025 के लिए तैयार रहने की बात कही.


साल 2024 और 2025 की तैयारी में जुटे नीतीश


घंटे भर चली बैठक में नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यक नेताओं से फीडबैक लिया. साथ ही कहा कि उनके लिए जो काम किए जा रहे उसे समाज तक बताया जाए. बैठक में 200 से ज्यादा कार्यकर्ता और एमएलसी पहुंचे थे. नीतीश ने मीटिंग के दौरान कई टिप्स दी. 2024 और 2025 को साधना है. असामाजिक तत्वों से बचने के लिए गांव गांव डोर टू डोर जाकर लोगों से बात करें और उन्हें न बरगलाने की बात कहें. कार्यकर्ताओं ने कहा किये मीटिंग ऐतिहासिक था. नीतीश कुमार ने बिहार के लिए काम किया है. हम उनके नेतृत्व में आगे बढ़ेंगे और साल 2024 में फतह हासिल करेंगे. इस बैठक में अल्पसंख्यक की महत्वपूर्णता को बताया गया. साथ ही विपक्षी पार्टियों से उनके सतर्क रहने की भी अपील की गई.


एआईएमआईएम से किया सतर्क


नीतीश कुमार ने मीटिंग में कहा कि आप जेडीयू पार्टी के लोग नहीं अपने समाज के कल्याण के लिए काम कीजिए. एआईएमआईएम को लेकर कहा कि इनका काम ही है भड़काऊ बातें करना. उनकी बातें और भाषण पर ध्यान न दें. वो भड़काऊ और तनाव वाली भाषा बोलते हैं. हमें 2024 और 2025 के लिए तैयार रहना है. साथ ही उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समाज को अब बिहार में राजनीतिक रूप से कहीं और बांटने की जरूरत नहीं है.


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