सीतामढ़ी: बिहार में बढ़ रहे आपराधिक घटनाओं को लेकर विपक्ष लगातार सीएम नीतीश पर निशाना साध रही है. विपक्ष के नेता क्राइम कंट्रोल के मुद्दे पर सीएम नीतीश को सवालों के कठघरे में खड़ा करते दिख रहे हैं. लेकिन अब विपक्ष ही नहीं सीएम नीतीश के सहयोगी दल के नेता भी अपराध से परेशान होकर प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठाने लगे हैं. सूबे के सीतामढ़ी जिले के नगर विधायक मिथिलेश कुमार फेसबुक पर वीडियो शेयर कर क्षेत्र में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं के प्रति चिंता जाहिर की है. वहीं, दोबारा जंगल राज के आने की बात कही है.
अपराधियों में नहीं है पुलिस का भय
बीजेपी विधायक ने वीडियो शेयर कर कहा, " अपराधियों में पुलिस का भय नहीं है. यही कारण है कि यहां (सीतामढ़ी) एक दिन में तीन आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. बैरगनिया में राकेश झा और रीगा में पांच साल के एक मासूम की हत्या कर दी गई. जबकि सोनबरसा में नगद लूट की घटना हुई. यह चिंता का विषय है."
उन्होंने कहा कि जिला के लोग दहशत में हैं और 15 वर्ष पूर्व वाले जंगलराज का एहसास कर रहे हैं. अब तो लोग अंधेरे में अपने बच्चों को घर से निकलने भी नहीं दे रहे हैं. वे इस मामले को सदन से सड़क तक उठाते रहेंगे. जबतक कि अपराध पर नियंत्रण के लिए कोई ठोंस कदम नहीं उठाया जाता है.
लूट करने वाले अपराधियों का होगा एनकाउंटर
उन्होंने कहा, " हत्या, दुराचार और लूट करने वाले अपराधियों का इनकाउंटर होगा, न कि पुलिस और जनता का." बता दें कि बीजेपी बिहार में जेडीयू के साथ गठबंधन के तहत सरकार में है. ऐसे में अपने ही सरकार के प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठाकर बीजेपी विधायक ने नया विवाद खड़ा कर दिया है. गौरतलब है कि ये पहली बार नहीं है, इससे पहले भी उन्होंने जिले के मेजरगंज में दारोगा के एनकाउंटर के बाद सीएम नीतीश को पत्र लिखकर सीतामढ़ी एसपी को बदलने की मांग की थी.
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