गोपालगंज: केके पाठक (KK Pathak) के आदेश के खिलाफ नियोजित शिक्षक प्रदर्शन (Niyojit Shikshak Protest) कर रहे हैं. गोपालगंज के शिक्षकों का कहना है कि हमलोग 20 वर्षो से अधिक समय से सेवा दे रहे हैं. परीक्षा हो या चुनाव हो या सरकार के सभी कार्य में हम फिट हैं तो किस बात की समक्षता परीक्षा हम दें? शिक्षक नेताओं ने कहा कि जब तक बिहार सरकार हमारी मांगे नहीं मानेगी तब तक विरोध जारी रहेगा. पहले ही हम दक्षता परीक्षा दे चुके हैं तो किस बात की सक्षमता परीक्षा हम दें? वहीं, रविवार को बिहार शिक्षक एकता मंच के बैनर तले शिक्षा विभाग के परिसर में नियोजित शिक्षकों ने सक्षमता परीक्षा का प्रवेश पत्र जलाकर परीक्षा का बहिष्कार किया. 


शिक्षक एकता मंच के सदस्यों ने अपनी मांगों को रखी


सभी प्रखंड मुख्यालयों पर भी नियोजित शिक्षकों ने विरोध जताते हुए परीक्षा में शामिल नहीं होने का संकल्प लिया और अपनी मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद किया. शिक्षा विभाग में शिक्षकों का नेतृत्व कर रहे मंच के अध्यक्ष सह मंडल सदस्य रतिकांत साह एवं प्रकाश नारायण ने संयुक्त रूप से बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा देने, राज्यकर्मी बनाने के लिए सक्षमता परीक्षा के प्रावधानों को समाप्त करने और ऐच्छिक स्थानांतरण का प्रावधान लागू करने सहित कई मांगों पर अपनी बात रखी.


'विभाग से मिलने वाले प्रवेश पत्र को नहीं लेंगे'


आगे शिक्षक एकता मंच के सदस्यों ने कहा कि आंदोलन के दौरान शिक्षकों पर किए गए दमनात्मक कारवाई वापस लेने, विद्यालय की अवकाश तालिका पूर्व की भातिं लागू करने, विद्यालय का समय 10:00 बजे से 4:00 बजे तक करने सहित अन्य मांगों के समर्थन में प्रवेश पत्र को स्वेच्छा से जलाया गया है. शिक्षकों ने यह भी कहा कि विभाग से मिलने वाले प्रवेश पत्र को वे लोग नहीं लेंगे.


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