पटनाः शिशु रोग विभाग के अध्यक्ष और एनएमसीएच के सुप्रिटेंडेंट विनोद कुमार सिंह ने अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी और हालात खराब होता देख स्वास्थ्य विभाग को शनिवार को पत्र लिखा. पत्र में उन्होंने लिखा है कि उन्हें उनके पद से मुक्त कर दिया जाए. इस पत्र के जारी होते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है.


एबीपी बिहार के हाथ जब यह पत्र लगा तो सीधे टीम ने विनोद कुमार सिंह से संपर्क कर इसपर बातचीत की. उनसे बात करने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि यह कोई वायरल लेटर नहीं बल्कि सच्चाई है और पत्र जो जारी किया गया है वह सही है. एबीपी बिहार से कहा कि वो अस्पताल की व्यवस्था को देखते हुए वह इस तरह से पत्र लिखने के लिए मजबूर हुए हैं.


विनोद कुमार सिंह ने कहा कि अस्पताल में ऑक्सीजन की वजह से बीच-बीच में समस्या हो रही है. शनिवार की सुबह एनएमसीएच के एमसीएच भवन में ऑक्सीजन की कमी हुई थी. इसकी वजह से मरीज के परिजनों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. उनका हंगामा करना सही था. क्योंकि अस्पताल में हम ऑक्सीजन भी नहीं दे रहे तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है. 


मंत्री से लेकर स्वास्थ्य विभाग तक को दी गई जानकारी

उन्होंने कहा कि अस्पताल में कई मरीज और बच्चे हैं. ऐसे में किसी को कुछ होता है तो इसकी जिम्मेदारी फिर अधीक्षक पर आएगी. बाद में अगर कुछ होता है तो सारा गाज अधीक्षक पर ही गिरेगा. इस संबंध में लगातार मंत्री से लेकर स्वास्थ्य विभाग से संबंधित लोगों तक इसकी जानकारी दी गई लेकिन व्यवस्था में दो-तीन दिनों से कोई बदलाव नहीं हुआ. कहा कि यदि समस्या जल्द ठीक नहीं हुई तो मरीज दम तोड़ सकते हैं. इन सारी बातों को रखते हुए एनएमसीएच के अधीक्षक ने स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखा है.



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