Samaj Sudhar Abhiyan: शराबियों की बिहार में नो एंट्री, CM नीतीश ने भरे मंच से कहा- मत आइये, यहां दारू पीने की इजाजत नहीं देंगे
शराबबंदी कानून हटाने की मांग करने वालों पर निशाना साधते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि मत आइए बिहार. अगर दारू नहीं पीने की वजह से आपको तकलीफ होती है, तो एकदम बिहार आने की जरूरत नहीं है.
Samaj Sudhar Abhiyan: प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish kumar) सोमवार को अपने समाज सुधार अभियान कार्यक्रम के तहत प्रदेश के सासाराम जिले में पहुंचे. यहां उन्होंने कार्यक्रम के तहत आयोजित सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) को लेकर लोगों को जागरूक किया. साथ ही दहेज प्रथा और कन्या बाल विवाह जैसे कुरीतियों को समाज से उखाड़ फेंकने की लोगों से अपील की. उन्होंने महात्मा गांधी की बातों को दोहराते हुए कहा कि शराब बहुत गंदी चीज है. इसका सेवन एकदम नहीं करना है.
शराबियों की बिहार में नो एंट्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब पीने वाला इंसान हैवान हो जाता है. उसकी बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है. शराब पीने से ना सिर्फ धन की हानि होती है. साथ ही इंसान का आचरण भी खराब हो जाता है. ऐसे में गांधी की बातों को मानते हुए शराब पीना एकदम बंद कर दीजिए. वहीं, इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि ऐसा प्रावधान कर दीजिए, वैसा प्रावधान कर दीजिए. बाहर से आने वालों के लिए अलग नियम कर दीजिए, उन्हें पीने दीजिए. तो हम एक बात कहते हैं सुन लीजिए, मत आइए बिहार. अगर दारू नहीं पीने की वजह से आपको तकलीफ होती है, तो एकदम बिहार आने की जरूरत नहीं है. हम यहां किसी कीमत पर दारू पीने की इजाजत नहीं देंगे. आना है आइये नहीं तो मत आइये.
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लोगों से की ये आपील
उन्होंने कहा कि हमें साल 2005 में काम करने का मौका तब से हमने लगातार काम किया. हर एक क्षेत्र में विकास करने का काम किया गया है. लेकिन समाज की स्थिति ठीक नहीं होगी तो विकास का क्या मतलब. इसलिए समाज सुधार के लिए अभियान की शुरुआत कर दी है. हर ओर ध्यान दिया जा रहा है. लोगों से भी अपील है कि जो गड़बड़ी करे, उसके खिलाफ जुलूस निकालिए. पुलिस भी आपका साथ देगी हमने पुलिस को कह दिया है. गड़बड़ करने वालों पर कार्रवाई होगी.
दहेज प्रथा के संबंध में उन्होंने कहा कि अगर कहीं कोई दहेज लेता है, तो उसकी शादी में मत जाइए. मैंने भी इस संबंध में निश्चय कर लिया है. दो सालों से कोरोना का दौर था इसलिए लोगों से मिलने के चक्कर में इस बार हम नहीं देखे कि दहेज लिए कि नहीं लिए. लेकिन आगे तय कर लिए हैं कि कार्ड पर लिखा होगा कि दहेज मुक्त शादी है, तभी उसके घर जाएंगे. जब कोई उसके घर नहीं जाएगा तो लगेगा कि उसने गलती की है और इसका प्रभाव आगे देखने को मिलेगा.
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