सीतामढ़ी: पुपड़ी के डीएसपी विनोद कुमार ने कहा कि सिगरेट पीने को लेकर अंकित झा और मुस्लिम युवकों के बीच झगड़ा हुआ था. पान दुकान पर अंकित झा नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) का वीडियो मोबाइल में नहीं देख रहा था. मुस्लिम युवकों ने अंकित झा पर चाकू से हमला इसलिए किया क्योंकि सिगरेट को लेकर झगड़ा हुआ था. अंकित झा के चेहरे पर सिगरेट का धुआं उड़ा रहे थे वह लड़के. नूपुर शर्मा का वीडियो का कोई मामला नहीं है. पीड़ित अंकित झा के माता-पिता पुलिस पर झूठा आरोप लगा रहे कि नूपुर शर्मा मामले का जिक्र हम लोगों ने एफआईआर में नहीं करने दिया. पीड़ित के परिजनों ने जो शिकायत लिख कर दी उसको तुरंत दर्ज किया गया. चार पर केस दर्ज हुआ है, जिसमें से दो की गिरफ्तारी भी हुई है.


वहीं, पुपड़ी अनुमंडल के एसडीएम नवीन कुमार ने कहा कि सिगरेट को लेकर पान दुकान पर झगड़ा हुआ था. नूपुर शर्मा का कोई वीडियो अंकित झा नहीं देख रहा था. पुलिस-प्रशासन पर पीड़ित के परिजन गलत आरोप लगा रहे हैं. गांव के लोग भी जानते हैं कि सिगरेट को लेकर चाकू से हमला किया गया. बता दें कि जिस पान दुकान पर झगड़ा हुआ था, वहां ABP न्यूज पहुंचा तो पान दुकान बंद पड़ा था. दुकानदार फरार है. ग्रामीणों ने कहा कि घटना वाले दिन हम लोग नहीं थे. लड़ाई सिगरेट को लेकर हुआ था. हम लोग यह सुने हैं. नूपुर शर्मा का वीडियो अंकित झा देख रहा था इसलिए उसपर हमला हुआ यह हम लोग को नहीं पता. नानपुर के मुखिया सुजित कुमार ने भी यही कहा.


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बिहार में उदयपुर जैसी घटना


बता दें उदयपुर के बाद बिहार में एक युवक को नूपुर शर्मा का वीडियो देखना महंगा पड़ गया. पीड़ित अंकित झा सीतामढ़ी का रहने वाला है. उसने कहा कि सीतामढ़ी में एक पान दुकान पर नूपुर शर्मा का एक पुराना भाषण मोबाइल में सुन रहा था. तभी 4-5 मुस्लिम युवक आए और बोले की हिन्दू हो क्या और नूपुर शर्मा के समर्थन हो. मैंने बोला हां, तो मेरे चेहरे पर सिगरेट का धुआं उड़ाया. फिर उन मुस्लिम युवकों ने चाकू से हमला कर दिया. इसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल लाया गया, जहां से बेहतर इलाज के लिए उसे दरभंगा रेफर कर दिया गया. फिलहाल अंकित दरभंगा के आरबी मेमोरियल अस्पताल में भर्ती है.


नूपुर शर्मा का नाम हटाने के बाद दर्ज हुआ केस


इधर, पिता मनोज झा ने कहा कि प्राथमिकी में हम लोग यह लिख रहे थे कि मेरा बेटा नूपुर शर्मा का वीडियो देख रहा था तब मुस्लिम युवकों ने चाकू से हमला किया, लेकिन पुलिस नूपुर शर्मा का एंगल को एफआईआर में नहीं डालने दी. हम लोग पर पुलिस दबाव बना रही थी. चार के खिलाफ केस दर्ज कराए हैं, जिसमें से दो गिरफ्तार हुआ है. मोहम्मद बिलाल सहित 4 लोग के खिलाफ केस दर्ज हुआ है. पीड़ित की मां मंजू देवी ने कहा कि नुपूर शर्मा मामले का जिक्र पुलिस ने नहीं करने दिया. पीड़ित परिवार का कहना है कि पुलिस ने उन लोगों की शिकायत तब ली जब उन्होंने शिकायत से नूपुर शर्मा का नाम हटाया.


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