भागलपुर: ओडिशा के बालासोर में बाहानगा रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार को हुए भीषण ट्रेन हादसे में 275 लोगों की जान चली गई वहीं सैकड़ों लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा है. इस भीषण रेल हादसे में देखते ही देखते पल भर में वहां का मंजर तबाही में बदल गया. चारो तरफ चीख-पुकार मच गई और हालात इतने गंभीर हो गए कि लोग अपने ही परिजनों की लाशें बोगी से खींचकर निकालते नजर आए.
40 यात्रियों को सुरक्षित अरिरया के लिए किया गया रवाना
ओडिशा के बालासोर में इस भीषण ट्रेन हादसे में सुरक्षित बिहार के 40 यात्रियों को बालासोर से बस से पटना लाया गया. उसके बाद सभी को भागलपुर होते हुए अररिया की ओर रवाना किया गया. इसके पहले सभी 40 यात्रियों को भागलपुर में स्थानीय प्रशासन द्वारा जलपान कराकर अररिया भेजा गया, जब यात्रियों से इस बारे में बात की गई तो वे काफी डरे और सहमे हुए थे. किसी ने कहा मैं पढ़ाई करने जा रहा था तो किसी ने कहा मैं तीर्थ यात्रा के लिए निकला था. सभी के चेहरों पर भय का माहौल बना हुआ था. सभी अपने घर जाने को बेचैन दिख रहे थे.
शालीमार से चेन्नई जा रहे व्यक्ति ने बताया - सभी सुरक्षित बच गए
शालीमार से चेन्नई जा रहे 26 लोगों के दल के एक व्यक्ति ने कहा कि वे ट्रेन में शालीमार से चढ़े थे उन्हें चेन्नई पढ़ाई के लिए जाना था, लेकिन अचानक ये हादसा हो गया. इस दौरान वे तीन अलग-अलग बोगी में थे. हादसा होते ही सबसे पहले वे अपने लोगों को एक जगह लाने के लिए जुट गए. उन्होंने बताया कि उनके टीम के सभी लोग सुरक्षित हैं. इसमें कई लड़कियां भी हैं, लेकिन जो सामान लेकर वो निकले थे. उनके सामान का पूरा नुकसान हो गया. हादसे के वक्त माैजूद मो. इम्तियाज ने बताया कि अचानक गाड़ी ने ब्रेक लगाई इसके बाद हड़कंप मच गया और ट्रेन पटरी से उतर गई. उन्होंने कहा कि लाशों के ढेर का वह मंजर बहुत ही भयावह था.
एसडीएम धनंजय कुमार ने दी ये जानकारी
वहीं एसडीएम धनंजय कुमार ने बताया जिला प्रशासन के आदेश अनुसार इन लोगों को भागलपुर में रुकना था और जलपान करना था. हम लोगों ने यहां जलपान कराया. उन्होंने कहा कि यहां मेडिकल के टीम की भी व्यवस्था की गई है ताकि किसी को कोई दिक्कत हो तो उसकी जांच की जा सके. उन्होंने कहा कि सभी लोग अररिया के हैं और उन्हें सुरक्षित बस से अररिया भेज दिया है.
कैसे हुआ हादसा?
बता दें कि शुक्रवार शाम करीब 7 बजे बालासोर में बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस मुख्य लाइन के बजाय लूप लाइन में चली गई थी, जिससे उसकी भिड़ंत वहां खड़ी एक मालगाड़ी से हो गई. वहीं, बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस भी इसी हादसे की चपेट में आ गई थी. इस हादसे के कारण एक हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
इसे भी पढ़ें: Odisha Train Accident: ओडिशा रेल हादसे को लेकर पटना स्टेशन पर जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर, मिल रही है अपनों की जानकारी