(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे की खुली 'पोल', पोस्टर बदलकर एक ही एंबुलेंस का बार-बार किया उद्घाटन
अश्विनी चौबे पर आरोप है कि इन्होंने उन्हीं एबुंलेंस का फिर से उद्घाटन है किया जिसे 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान एसजेवीएन ने बक्सर स्वास्थ्य विभाग को दिया था. खुद सिविल सर्जन ने ये बात स्वीकार की है कि एंबुलेंस पुरानी हैं और केवल नया पोस्टर लगाया गया है.
बक्सर: बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी के बाद अब बीजेपी के एक और सांसद एंबुलेंस विवाद में घिर गए हैं. सांसद और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे पर पुराने एंबुलेंस का दोबारा उद्घाटन का आरोप लगा है. कहा जा रहा कि अश्विनी चौबे ने उन्हीं एबुंलेंस का फिर से उद्घाटन है किया जिसे 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान एसजेवीएन ने बक्सर स्वास्थ्य विभाग को दिया था.
इन सारे आरोपों के बाद शनिवार को बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के एक ट्वीट के बाद फिर बवाल मच गया. मंगल पांडेय ने ट्वीट कर कहा " केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे और मेरी उपस्थिति में एसजेवीएन और धनुष फाउंडेशन द्वारा संचालित चिकित्सा चिकित्सक आपके द्वार कार्यक्रम तहत बक्सर संसदीय क्षेत्र के चयनित पांच जगह के लिए जीवन समर्थन प्रणाली युक्त पांच मोबाइल मेडिकल यूनिट का शुभारंभ वर्चुअल माध्यम से हुआ."
केंद्रीय स्वास्थय राज्यमंत्री श्री@AshwiniKChoubey जी एवं मेरी उपस्थिति में SJVN एवं धनुष फाउंडेशन द्वारा संचालित चिकित्सा चिकित्सक आपके द्वार कार्यक्रम तहत बक्सर संसदीय क्षेत्र के चयनित 5 जगह के लिए जीवन समर्थन प्रणाली युक्त 5 मोबाइल मेडिकल यूनिट का शुभारंभ वर्चुअल माध्यम से हुआ pic.twitter.com/UhJ85BLPRN
— Mangal Pandey (@mangalpandeybjp) May 15, 2021
इस पूरे मामले को बिंदुवार समझिए कि बवाल आखिर क्यों हुआ
- 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले बक्सर सांसद अश्विनी चौबे की पहल पर एसजेवीएन कंपनी की ओर से सीएसआर फंड से जिला स्वास्थ्य समिति को छह एंबुलेंस दी गई. चुनाव जीतने के बाद केंद्रीय मंत्री ने सभी एंबुलेंस वापस एचएलएल कंपनी को सौंपने का निर्देश दे दिया.
- लोगों के विरोध के कारण कंपनी एंबुलेंस को बक्सर से बाहर नहीं ले जा पाई. इस कारण एक साल से अधिक समय तक एंबुलेंस सदर अस्पताल के कैंपस में धूल फांकती रहीं.
- इन्हीं, एंबुलेंस को फिर कोरोना काल में दूसरी योजना के तहत काम में लाया गया. उस वक्त भी केंद्रीय मंत्री ने इसका उद्घाटन किया.
- 2021 में अश्विनी चौबे ने बक्सर सिविल सर्जन को पांच एंबुलेंस धनुष फाउंडेशन को हैंडओवर करने के लिए कहा. ऐसे में सभी एंबुलेंस को बक्सर से बाहर भेजा गया. इस बात की खबर जब लोगों को मिली तब वे फिर एंबुलेंस वापसी की मांग करने लगे. इस बाबत कांग्रेस विधायक ने बक्सर के डीएम और एसडीओ को पत्र लिखकर कहा कि यदि 48 घंटे के भीतर एंबुलेंस वापस नहीं लाया गया, तो वे धरने पर बैठ जाएंगे.
- ऐसे में सभी पांच पुरानी एंबुलेंस पर नया पोस्टर लगाकर बक्सर लाया गया और उसका शनिवार को फिर एक बार अश्विनी चौबे ने वर्चुअल माध्यम से फिर उद्घाटन किया.
- खुद सिविल सर्जन ने ये बात स्वीकार की है कि सभी एंबुलेंस पुरानी हैं और केवल नया पोस्टर लगाकर इनका उद्घाटन किया गया है. इधर, डीएम ने पूरे मामले में जांच की बात कही है.
बक्सर सांसद जनता को नहीं, देश को दे रहे धोखा
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए बक्सर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने कहा कि बक्सर सांसद अपने संसदीय क्षेत्र की जनता को नहीं, देश की जनता को भी धोखा दे रहे हैं. आज हजारों लोग जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. लेकिन उन्होंने इतने दिनों से एंबुलेंस छिपाकर रखा था और आज स्टीकर बदल कर उसका उद्घाटन कर दिया. बक्सर की जनता अब इस नाटक में फंसने वाली नहीं है.
तेजस्वी यादव ने भी ट्वीट कर साधा था निशाना
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर बक्सर सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी चौबे पर निशाना साधा. तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा “ हद हो गई! बक्सर के MP केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री चौबे जी भागलपुर वाले ने एक ही ऐंबुलेंस का एक बार नहीं 4 बार उद्घाटन किया लेकिन एक बार भी ऐंबुलंस नहीं चली. किसी को गिफ्ट कर दी. अपने ही क्षेत्रवासियों के साथ यह ठगी करते है तो देश के साथ क्या करते होंगे?”
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