पटना: बिहार के चुनावी मौसम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बिहार को सौगात दिए जाने का सिलसिला जारी है. इसी कड़ी में पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आज 516 करोड़ की लागत से निर्मित कोसी महासेतु का उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर सहरसा-असनपुर कुपहा रेल सेवा को सुपौल स्टेशन से हरी झंडी दिखाया. पीएम मोदी ने मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी, कटिहार-न्यू जलपाईगुड़ी, समस्तीपुर-दरभंगा-जयनगर, समस्तीपुर-खगड़िया और भागलपुर-शिवनारायणपुर रेलखंडों के विद्युतीकरण परियोजनाओं का उद्घाटन किया.


पीएम मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आधुनिक बिहार को गढ़ने में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बड़ी भूमिका है. नए भारत और नए बिहार में सब कुछ तेजी से हो रहा है. इसी पहचान और कार्यसंस्कृति को हमें और मजबूत करना है. निश्चित तौर पर इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी बहुत बड़ी भूमिका है. नीतीश जैसा सहयोगी हो तो क्या संभव नहीं है.


पीएम ने कहा कि पिछले 15 सालों में बिहार ने यह दिखाया है कि अगर सही सरकार हो, सही फैसले लिए जाएं, स्पष्ट नीति हो तो विकास होता है. नीतीश सरकार में खुले संस्थानों का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि आज बिहार में शिक्षा के बड़े-बड़े केंद्र खुल रहे हैं. अब एग्रीकल्चर कॉलेज, मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेजों की संख्या बढ़ रही है. अब राज्य में आईआईटी, आईआईएम जैसे संस्थान बिहार के नौजवानों के सपनों को ऊंची उड़ान देने में मदद कर रहे हैं.


पीएम मोदी ने आगे कहा कि 4 साल पहले, उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाले दो महासेतु, एक पटना में और दूसरा मुंगेर में शुरु किए गए थे. इन दोनों रेल पुलों के चालू हो जाने से उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार के बीच लोगों का आना-जाना और आसान हुआ है. करीब साढ़े आठ दशक पहले भूकंप की एक भीषण आपदा ने मिथिला और कोसी क्षेत्र को अलग-थलग कर दिया था. अब कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के बीच इन दोनों आंचलों को आपस में जोड़ा जा रहा है.


पीएम मोदी ने कहा कि आज कोसी महासेतु होते हुए सुपौल-आसनपुर कुपहा के बीच ट्रेन सेवा शुरू होने से सुपौल, अररिया और सहरसा जिले के लोगों को बहुत लाभ होगा. यही नहीं, इससे नॉर्थ ईस्ट के साथियों के लिए एक वैकल्पिक रेलमार्ग भी उपलब्ध हो जाएगा.


उन्होंने कहा बिहार में 12 हज़ार हॉर्सपावर के सबसे शक्तिशाली विद्युत इंजन बन रहे हैं. भारतीय रेल, पहले से कहीं अधिक स्वच्छ है. आज ब्रॉडगेज रेल नेटवर्क को मानवरहित फाटकों से मुक्त कर, पहले से कहीं अधिक सुरक्षित बनाया जा चुका है. आज भारतीय रेल की रफ्तार तेज़ हुई है. आज आत्मनिर्भरता औऱ आधुनिकता की प्रतीक, वंदे भारत जैसी रेल नेटवर्क का हिस्सा होती जा रही हैं. आज बिहार में 12 हज़ार हॉर्सपावर के सबसे शक्तिशाली विद्युत इंजन बन रहे हैं. बिहार के लिए एक और बड़ी बात ये है कि आज बिहार में रेल नेटवर्क के लगभग 90% हिस्से का बिजलीकरण पूरा हो चुका है. बीते 6 साल में ही बिहार में 3 हज़ार किलोमीटर से अधिक के रेलमार्ग का बिजलीकरण हुआ है.


पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज बिहार में किस तेज गति से रेल नेटवर्क पर काम चल रहा है, 2014 के पहले के 5 सालों में बिहार में सिर्फ सवा तीन सौ किलोमीटर नई रेल लाइन शुरु थी जबकि 2014 के बाद के 5 सालों में बिहार में लगभग 700 किलोमीटर रेल लाइन कमीशन हो चुकी हैं. रेलवे के आधुनिकीकरण का लाभ बिहार और पूर्वी भारत को मिल रहा है. मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए मधेपुरा में इलेक्ट्रिक लोको फैक्ट्री और मढ़ौरा में डीजल लोको फ़ैक्ट्री स्थापित की गई हैं. इन परियोजनाओं से बिहार में लगभग 44 हजार करोड़ रुपए का निवेश हुआ है.


पीएम ने इसके अलावे किसानों भलाई को लेकर किये जा रहे कार्यों का भी जिक्र किया. इस मौके पर सीएम नीतीश कुमार ने पीएम और रेलमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि बिहारवासियों की चिरप्रतीक्षित मांग पूरी हुई है. इस मौके पर डिप्टी सीएम सुशील मोदी, सांसद और रेलवे के अधिकारी मौजूद थे.