Maha Kumbh Stampede: महाकुंभ में मची भगदड़ में बांका के भी एक व्यक्ति की मौत, स्नान कर लौट रह थे तो…
Prayagraj Mahakumbh Stampede: बांका के रहने वाले सत्यवान रजक अपनी पत्नी के अलावा अन्य पांच लोगों के साथ मौनी अमावस्या पर प्रयागराज गए थे. वहीं हादस में उनकी जान चली गई.

Banka News: महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन स्नान से पहले संगम तट पर मंगलवार की देर रात्रि मची भगदड़ में बांका के भी एक दिव्यांग व्यक्ति की मौत हुई है. मृतक की पहचान धोरैया प्रखंड क्षेत्र के चलना ग्राम निवासी सत्यवान रजक (उम्र करीब 50 साल) के रूप में हुई है. इस घटना के बाद मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया है.
घटना की जानकारी देते हुए सत्यवान रजक के साथ गए रिश्ते में लगने वाले साले दीनानाथ रजक ने बताया कि वे आधा दर्जन लोगों के साथ चलना गांव से 27 जनवरी की सुबह घर से निकले थे. मंगलवार की रात करीब 11:30 बजे स्नान कर जब वापस लौटने लगे तो इसी दौरान भगदड़ मच गई. हादसे में उनके बहनोई सत्यवान रजक उन लोगों से बिछड़ गए. काफी खोजबीन के बाद भी रात 2 बजे तक उनका कहीं कोई पता नहीं चला तो खोया-पाया सेंटर में नाम दर्ज कराया गया.
बुधवार की रात करीब 9 बजे मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज प्रयागराज में खोजते-खोजते सत्यवान रजक के शव की पहचान की गई. घटना की सूचना के बाद से ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. परिजनों के मुताबिक सत्यवान अपनी पत्नी कंकई देवी सहित अन्य पांच लोगों के साथ प्रयागराज गए थे.
घटना के बाद घर पर पसरा मातमी सन्नाटा
इधर घटना के बाद मृतक सत्यवान रजक के घर पर मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. मृतक के भाई नित्यानंद रजक ने बताया कि चार भाइयों में वह (सत्यवान) दूसरे नंबर पर था. उसके (सत्यवान रजक) के दो बेटे हैं. एक बेटी है. बड़ा पुत्र भी दोनों पैरों से दिव्यांग है. सत्यवान रजक मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था.
सूचना मिलने के बाद कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष गिरीश पासवान, सामाजिक कार्यकर्ता परशुराम दास, राजाराम दास सहित अन्य ने मृतक सत्यवान रजक के गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार को सांत्वना दी. साथ ही बिहार सरकार से उचित मुआवजा देने की मांग की है.
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