बंद होने के कगार पर पहुंचा बिहार का एकमात्र संस्कृत विश्वविद्यालय, शिक्षकों-कर्मियों को महीनों से नहीं मिला वेतन
कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय, दरभंगा से संबद्ध 19 महाविद्यालय और पांच अंगीभूत महाविद्यालिय के शिक्षकों को फरवरी का वेतन नहीं मिला है, जबकि राज्य सरकार से राशि प्राप्त है.
दरभंगा: बिहार का एकमात्र संस्कृत विश्वविद्यालय कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय, दरभंगा अब बंद होने के कगार पर है. इस विश्वविद्यालय से संबद्ध और अंगीभूत 24 महाविद्यालयों के शिक्षक से लेकर चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों को महीनों से वेतन न मिलने से भूखों मरने के कगार पर हैं. आरोप है कि विश्वविद्यालय में प्रो वीसी और रजिस्ट्रार अपनी मनमानी कर रहे हैं और वीसी मूकदर्शक बने हुए हैं.
सीनेट के मेंबर पंकज झा ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार से राशि प्राप्त होने के बाद भी कर्मचारियों का भुगतान नहीं किया जा रहा है. जबसे विश्वविद्यालय खुला है तबसे लेकर पहले कभी भी इस तरह नहीं हुआ था, जबकि पूर्व में ही सरकार द्वारा इसी तरह विश्वविद्यालय को राशि उपलब्ध कराया जाता रहा है और सबको समय पर भुगतान होता रहा है.
रजिस्ट्रार पर लगे कई गंभीर आरोप
वेतन भुगतान के लिए बिहार के विभिन्न संस्कृत महाविद्यालय से शिक्षक और कर्मी वीसी से मिलने पहुंच रहे हैं. बख्तियारपुर संस्कृत कॉलेज के प्रिंसिपल बालमुकुंद मिश्रा ने भी भुगतान न होने का दोषी विश्वविद्यालय प्रशासन को ठहराया. साथ ही रजिस्ट्रार पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि रजिस्ट्रार बैठते ही नहीं हैं. हमलोगों ने पूर्व में भी वीसी को इस बात से अवगत कराया था, लेकिन वीसी को लिखने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. प्रो वीसी और रजिस्ट्रार वीसी को वैल्यू ही नहीं देते हैं.
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अब तक 2022-23 का नहीं गया बजट
वहीं, सीतामढ़ी जिले के बरगैनिया में स्थित गुरुकुल संस्कृत महाविद्यालय से आए डॉ. महानंद झा ने कहा कि अभी तक विश्वविद्यालय का 2022-23 का बजट तक नहीं गया है. परीक्षा अभी तक नहीं हुई है. डाटा सेंटर का पता नहीं. प्रो वीसी और रजिस्ट्रार वीसी की सुनते नहीं हैं. वे भी फंसे हुए हैं. ऐसे में इस विश्वविद्यालय में ताला लगना निश्चित है.
वीसी ने राज्य सरकार पर पैसे न देने का लगाया आरोप
जब हमने इस बारे में कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय के वीसी डॉ. शशिनाथ झा से बात की तो उन्होंने राज्य सरकार पर ठीकरा फोड़ दिया. शशिनाथ झा ने कहा कि राज्य सरकार से पैसा नहीं आया है. पैसा आने पर सभी का भुगतान कर दिया जाएगा.
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