Doctors Protest: डॉक्टरों की हड़ताल का व्यापक असर बिहार में देखने को मिल रहा है. आईजीआईएमएस में ओपीडी के गेट पर ताला लटका हुआ है. दूर दराज से मरीज व परिजन यहां पहुंचे हैं. ओपीडी में इलाज कराना चाहते हैं, लेकिन ओपीडी सेवा ठप है. रविवार को वैसे भी ओपीडी सेवाएं बंद रहती हैं, लेकिन यहां पिछले चार दिनों से ताला लटका हुआ है. सभी महिलाएं हैं. अपनी समस्याएं बता रही हैं कि कहां से आई हैं? क्या समस्या है? क्या चाहती हैं?
वहीं, आईजीआईएमएस अस्पताल परिसर में डॉक्टर हड़ताल पर बैठे हुए हैं. बैनर पोस्टर लेकर धरना दे रहे हैं. 'वी वांट जस्टिस' के नारे लगा रहे हैं. पोस्टरों में लिखा है- 'काली बनने का समय आ गया है, यह समाज लक्ष्मी के योग्य नहीं. उठो द्रोपदी शस्त्र उठाओ, अब गोविंद न आएंगे.'
'सुन नहीं रहा है कोई'
मरीज एवं परिजनों का कहना है कि भगवान भरोसे हमलोगों को छोड़ दिया गया है. इलाज नहीं होगा तो जान चली जाएगी. हड़ताल डॉक्टरों को खत्म करना चाहिए. ओपीडी सेवा चालू करनी चाहिए. इधर से उधर हम लोगों को दौड़ाया जा रहा है. कोई सुन नहीं रहा है. वहीं, कई ऐसे भी परिजन हैं जो ओपीडी के सामने सोए हुए हैं. उनके मरीज इमरजेंसी कैंसर एवं अन्य वार्ड में भर्ती हैं.
कोलकाता रेप के बाद पूरे देश में हो रहा है प्रदर्शन
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या की गई और इसी बीच आरजी कर मेडिकल कॉलेज में असामाजिक तत्वों ने परिसर में घुसकर तोड़फोड़ और चिकित्सकों से मारपीट की. इसको लेकर डॉक्टरों में नाराजगी है. वहीं, केंद्र सरकार ने कहा है कि डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कमेटी बनाई जाएगी. सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा, लेकिन डॉक्टर्स कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हैं. सीपीए लागू करने की मांग कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें: Jehanabad News: जहानाबाद में बड़े भाई की तरक्की युवक को नागवार गुजरा, झाड़ फूंक के शक में मां को मार डाला