Opposition Parties Meeting In Patna: अरविंद केजरीवाल पर बरसे शिवानंद तिवारी, कहा- उनको किसी ने नोटिस नहीं लिया
RJD नेता शिवानंद तिवारी ने दिल्ली के सीएम और AAP नेता अरविंद केजरीवाल को लेकर प्रतिक्रिया दी. विपक्षी दलों की बैठक के बाद यह बयान महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
Opposition Parties Meeting In Patna: विपक्षी दलों की पटना में हुई बैठक पर राष्ट्रीय जनता दल के नेता और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को लेकर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल का किसी ने नोटिस नहीं लिया. अरविंद केजरीवाल और नरेंद्र मोदी में फ़र्क क्या रहा है?
उन्होंने आरोप लगाया कि आप (दिल्ली के सीएम) भी उसी तरह से तानाशाही चला रहे हैं कि हमारा जो कहना है, उसे पहले लीजिए.नरेंद्र मोदी वाला वही अंदाज़ था उनका इसीलिए सब लोगों ने उनका नोटिस नहीं लिया.
जमा खान ने भी की टिप्पणी
वहीं इस बैठक में विपक्षी दलों की ओर से कोई साझा कार्यक्रम और आगामी चुनाव में चेहार न पेश किए जाने पर चर्चा जारी है. विपक्षी दलों की बैठक में कॉमन मिनिमम प्रोग्राम और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ साझा उम्मीदवार पेश न किए जाने पर नीतीश कुमार के मंत्री तक जवाब नहीं दे पा रहे हैं.
सीएम नीतीश कुमार के खास माने जाने वाले बिहार सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमान खान ने कहा कि पहली बार विपक्षी दलों की इतनी बड़ी महाबैठक हुई है. नीतीश के कहने पर सब आए.अभी यह तय हुआ है कि विपक्ष एकजुट होकर लड़ेगा. नीतीश को यूपीए संयोजक बनने पर कहा कि उनकी बड़ी भूमिका विपक्ष की ओर से रहेगी. वहीं विपक्ष को एकजुट कर रहे हैं
14 दलों ने लिया हिस्सा
दीगर है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले एक संयुक्त रणनीति तैयार करने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा शुक्रवार को यहां बुलाई गई बैठक में भाजपा विरोधी कुल 14 दलों ने हिस्सा लिया.
543 सदस्यीय लोकसभा में, इन दलों की संयुक्त ताकत 200 से भी कम है. लेकिन उनके नेताओं को उम्मीद है कि वे मिलकर भाजपा को अगले लोकसभा चुनाव में 100 सीटों से कम पर समेट देंगे. फिलहाल लोकसभा में भाजपा की सीटों की संख्या 300 से अधिक है.
भाजपा की प्रमुख प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस ने पिछले संसदीय चुनाव में 50 से कुछ अधिक सीटें जीती थीं. 2014 में उसने केवल 44 सीटें जीती थीं, जो उसका अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन था.